नई दिल्ली : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार 14 नवंबर को भारत बायोटेक का दौरा करेंगी. यह जानकारी सूत्रों ने दी. बता दें कि भारत बायोटेक के कोविड रोधी टीके 'कोवैक्सीन' (Covaxin) को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मान्यता मिल गई है.
सूत्रों के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने 'कोवैक्सीन' को आपातकालीन उपयोग (ईयूएल) की मंजूरी दे दी है. इससे पहले WHO ने 'कोवैक्सीन' को आपातकालीन उपयोग की सूची में शामिल करने के लिए भारत बायोटेक से 'अतिरिक्त स्पष्टीकरण' मांगा था. कोवैक्सीन को ईयूएल की मंजूरी को लेकर वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने इस बात पर जोर दिया कि टीका सुरक्षित और प्रभावी है, यह सुनिश्चित करने के लिए उसका पूरी तरह से मूल्यांकन करना होगा.
डब्ल्यूएचओ में औषधि और स्वास्थ्य उत्पाद तक पहुंच मामलों की सहायक महानिदेशक डॉ. मरीयंगेला सिमाओ ने बीते दिनों कोवैक्सीन को आपात उपयोग सूचीबद्धता प्रदान करने में देर के सवाल पर कहा था कि भारत बायोटेक नियमित रूप से और बहुत तेजी से आंकड़े सौंप रहा है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने आंकड़ों का बैच पिछली बार 18 अक्टूबर को सौंपा था.
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बता दें, स्वदेश निर्मित 'कोवैक्सीन' उन तीन कोविड टीकों में से एक है जिन्हें भारत के दवा नियामक से आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी मिली है और इसका उपयोग राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम में कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी के साथ किया जा रहा है.
डब्ल्यूएचओ का तकनीकी परामर्शदाता समूह एक स्वतंत्र सलाहकार समूह है, जो डब्ल्यूएचओ को यह सिफारिश करता है कि क्या किसी कोविड-19 रोधी टीके को ईयूएल प्रक्रिया के तहत आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं.