बेंगलुरु: कोरोना वैक्सीन को लेकर राज्य बराबर केंद्र पर दबाव बना रहे हैं. राज्यों का कहना है कि उनके पास पर्याप्त वैक्सीन नहीं हैं. कोर्ट ने टीकों के वितरण को लेकर आदेश दिया है. इस बीच केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने असमर्थता जताते हुए कहा कि अगर वैक्सीन का पर्याप्त उत्पादन नहीं हो रहा है तो क्या हम खुद को लटका लें.
विधानसभा में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा, 'हमने राजनीतिक लाभ के लिए कोई कार्य योजना नहीं बनाई है. हमने ईमानदारी से प्रयास किया है. पर्याप्त उत्पादन नहीं था. यह हमारी पहुंच से बाहर है.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कल तक वैक्सीन की 98,000 खुराकें थीं. 75,000 खुराक अभी भी केंद्र से आने की जरूरत है. वैक्सीन की 1.18 करोड़ से अधिक खुराक अब तक वितरित की जा चुकी हैं. प्रधानमंत्री सीधे टीका अभियान के प्रभारी हैं. एक सप्ताह के भीतर सभी तरह के भ्रम को हल किया जाएगा इसीलिए 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण रोक दिया गया है. 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि कोरोना प्रबंधन के मामले में केंद्र सरकार विफल नहीं हुई है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों के साथ बेहतर संचार के माध्यम से दवा, ऑक्सीजन और वित्तीय सहायता प्रदान की है.अंतरराष्ट्रीय संबंध अच्छे हैं और सभी देशों से सहायता मिल रही है.
पढ़ें- कोरोना संकट की समीक्षा करेंगे पीएम मोदी, 19 राज्यों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक
सदानंद गौड़ा ने कहा कि केंद्र के पीएम केयर फंड से कल तक राज्य सरकार को 303.63 करोड़ रुपये आ चुके हैं. डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा कि मैंने विशेष पैकेज के बारे में कुछ नहीं कहा है.