भोपाल। राजधानी भोपाल के सेंट्रल जेल में विचाराधीन कैदी के रूप में रह रहे मिर्ची बाबा उर्फ वैराग्यनंद गिरी की डीएनए टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 8 महीने पहले उनके ऊपर रायसेन की रहने वाली एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था और उसके बाद भोपाल क्राइम ब्रांच ने मिर्ची बाबा को ग्वालियर से गिरफ्तार किया था और उसके बाद से ही मिर्ची बाबा जेल में बंद हैं. दो महीने पहले भोपाल के जयप्रकाश चिकित्सालय में डीएनए सैंपल लिया गया था. माना जा रहा है कि डीएनए टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने से मिर्ची बाबा को इस मामले में राहत मिल सकती है. दरअसल प्रदेश की भाजपा सरकार को अपने बयानों और उनके द्वारा चलाए जा रहे हैं गौ रक्षा अभियान से वह लगातार सरकार पर हमलावर रहते थे.
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सुप्रीम कोर्ट का खटखटाएंगे दरवाजा: 2 महीने पहले कराई गई मिर्ची बाबा की डीएनए टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है. इस पूरे मामले में मिर्ची बाबा के वकील कृष्ण धौसेला ने इस बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि इस रिपोर्ट के नेगेटिव आ जाने के बाद वह जल्दी ही इस पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे और सुप्रीम कोर्ट से मिर्ची बाबा को जमानत मिल जाएगी. 8 अगस्त 2022 से मिर्ची बाबा लगातार भोपाल सेंट्रल जेल में बंद है.
बाबा ने बताया राजनीतिक द्वेष: मामले में मिर्ची बाबा का कहना है कि वह लगातार भाजपा सरकार का विरोध कर रहे थे और पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर गौशालाओं की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे थे. इसी राजनीतिक द्वेष के चलते उन्हें दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाया गया है. उन्होंने पहले भी कहा था कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और पिछले 8 महीनों से वह लगातार सेंट्रल जेल में विचाराधीन कैदियों के बैरक में रह रहे हैं.