पटनाः केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने डीएमके सांसद दयानिधि मारन के बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि बार-बार विपक्ष में बैठे हुए नेता बिहारी का अपमान कर रहे हैं. जिस तरह का बयान बिहारी को लेकर डीएमके के नेता दयानिधि मारन ने दिया है, निश्चित तौर पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के बड़े नेता इस बयान पर जवाब क्यों नहीं देते हैं. उन्होंने इंडिया गठबंधन के नेता से दयानिधि का विरोध करने की अपील की है.
प्रधानमंत्री ने सफाईकर्मियों को किया सम्मानितः नित्यानंद राय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जहां एक ओर सफाई कर्मियों का प्रयाग राज में पैर धोते हैं, वही इंडिया गठबंधन के नेता ने सफाई कर्मियों को लेकर इस तरह का बयान देते हैं. यह बयान कहीं से भी उचित नहीं है. देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है और सबका साथ सबका विकास हो रहा है. सभी जाति धर्म और वर्ग के लोगों का हम लोग आदर सम्मान करते हैं, लेकिन दयानिधि मारन ने जिस तरह से एक विशेष जाति को लेकर बयान दिया है, एक बिहारी को अपमानित करने वाला बयान दिया है.
"प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में सफाई करने वाली बहनों का पांव पखारे थे. स्वच्छता अभियान में लगे हुए भाई बहनों का प्रधानमंत्री सम्मान किया, उसी सफाईकर्मी को दयानिधि मारन अपमानित कर रहे हैं. यह उत्तर भारत और दक्षिण भारत को बांटने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति है. अब यह भारत नरेंद्र मोदी का भारत है. यहां कोई विभेद पैदा नहीं कर सकता. सबका साथ सबका विकास हो रहा है. दयानिधि मारन को देश से माफी मांगना पड़ेगा. इंडिया गठबंधन के नेताओं से कहना चाहेंगे कि ऐसे नेता का विरोध करें." -नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री
क्या है मामला? दरअसल, शनिवार को तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी DMK सांसद दयानिधि ने बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूरों को लेकर विवादित बयान दिया है. सांसद ने कहा कि बिहार और यूपी के हिंदी भाषी तमिलनाडु में निर्माण काम करते हैं. सड़क और शौचालयों की सफाई करते हैं. सांसद के विवादित बयान का वीडियो भी वायरल हो रहा है. सांसद के इस बयान का बिहार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि सांसद ने ऐसा बयान देकर गलती की है.
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