नई दिल्ली : कोरोना संकट एवं लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे इसके मद्देनजर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त राशन देने के लिए फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) के डिपो से राज्यों द्वारा खाद्यान्न के उठाव करने के कार्य के साथ ही लाभार्थियों के बीच वितरण भी किया जा रहा है.
इसी के मद्देनजर दिल्ली ने 16515 मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठाव करने के साथ ही गरीबों के बीच इसे बांटने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. इससे दिल्ली में कुल 72, 77, 995 लोगों को लाभ होगा. वहीं उत्तर प्रदेश में मुफ्त अनाज का वितरण 20 मई से शुरू होगा. इससे करीब 15 करोड़ लोगों को लाभ होगा. इसी तरह केरल में 1.54 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का आवंटन हुआ है करीब 1.54 करोड़ लोगों को फायदा होगा.
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इसी तरह महाराष्ट्र ने 125602 मीट्रिक टन गेहूं व 71135 मीट्रिक टन चावल तथा गोवा ने 3961 मीट्रिक टन चावल का उठाव कर लिया है. मध्य प्रदेश में 131964 मीट्रिक टन गेहूं का उठाव करने के बाद उसका वितरण भी किया जा रहा है. वहीं हरियाणा मई महीने में कुल 63245 मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरण करेगा, जिसकी शुरुआत हो चुकी है. इसी तरह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में मई महीने के लिए आवंटित सम्पूर्ण खाद्यान्न का उठाव करने के साथ गरीबों के बीच वितरण किया जा रहा है. इसीक्रम में जम्मू कश्मीर में भी राशन को बांटने का काम चल रहा है.
बता दें कई राज्यों में लॉकडाउन लागू होने से गरीबों को दिक्कतों को सामना न करना पड़े, इसको लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है की हर दिन देर तक और सप्ताह में हर दिन सरकारी राशन की दुकानें खुली रखनी चाहिए. जिससे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के तहत अपने कोटे का अनाज गरीब ले सकें.
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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA) के 80 करोड़ लाभार्थियों को अलग से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त में दो महीने तक (मई-जून) में पांच किलो खाद्यान्न दिया जा रहा है. इसके अंर्तगत प्रतिमाह प्रति व्यक्ति को पांच किलो मुफ्त अनाज (चावल/गेहूं) दिया जा रहा है. पीएमजीकेएवाई के तहत कुल 80 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का वितरण मई-जून महीने में होगा. इसपर केंद्र सरकार कुल 26 हजार करोड़ खर्च करेगी.