ETV Bharat / bharat

बिहार : न जीते जी दवा मिली और न मरने के बाद सम्मान, शवोंं के साथ ये कैसा दुर्व्यवहार - Bad arrangements in Katihar

कोरोना महामारी से जहां देखो वहां हाहाकार मचा है. बिहार में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना काल के दौरान सिस्टम पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं. कटिहार और बक्सर जिलों में कोरोना से जान गंवा देने वाले लोगों के शवों के साथ बेकदरी होते दिखी. जिससे सिस्टम सवालों के घेरे में है. देखिए ये रिपोर्ट

बिहार
बिहार
author img

By

Published : Apr 27, 2021, 4:33 AM IST

कटिहार/ बक्सर : कोरोना के कहर के बीच बिहार के कटिहार से एक दुखद और हृदय विदारक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें कोरोना से मर चुके लोगों के अंतिम संस्कार के लिए शव को किस तरह श्मशान घाट ले जाया जा रहा है यह देखा जा सकता है. एक शव को एंबुलेंस से उतारने के बाद तीन लोग मिलकर उसे श्मशान तक ले गए. लेकिन वीडियो में वह कभी शव को टांगकर तो कभी जमीन पर घसीटते हुए नजर आ रहे हैं.

बदइंतजामी की हद
जीते जी इलाज के लिए जरूरी व्यवस्था उपलब्ध कराने में नाकाम रही बिहार सरकार अब मरने के बाद भी लोगों को श्मशान तक जाने के लिए जरुरी इंतजाम नहीं कर पा रही है, यह स्थिति तब है, जब कटिहार से राज्य में एक उप मुख्यमंत्री भी है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट..

सभी दावे खोखले साबित
दरअसल, कोरोना से किसी के मौत के बाद जिला प्रशासन की तरफ से कटिहार-पूर्णिया सड़क के भसना पुल के नीचे उसके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई है. लेकिन ये तस्वीर बताने के लिए काफी है कि एंबुलेंस से उतारकर भसना पुल के नीचे तक ले जाने के लिए प्रशासन की ओर से जिस व्यवस्था का दावा किया जा रहा है, वह किस तरह से खोखले साबित हो रहे हैं.

शव को घसीटते हुए ले गए कर्मी
स्वास्थ्य विभाग के तीनों कर्मियों के पास इसके लिए कोई स्ट्रेचर की व्यवस्था तक नहीं है. तीनों मिलकर घसीटते हुए बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे हैं. बड़ी बात तो ये है कि इनमें से दो कर्मियों ने तो पीपीई किट पहन रखी थी, लेकिन एक कर्मी को तो पीपीटी कीट भी नसीब नहीं हुई.

डीएम ने की वीडियो की पुष्टि
वायरल वीडियो की पुष्टि करते हुए कटिहार डीएम उदयन मिश्रा ने कहा कि इसकी मैंने जांच की है. ये मामला कटिहार का ही है. इसमें एंबुलेंस से ले जाया गया है. एंबुलेंस के चालक अमर सिंह ने बदमाशी से ये वीडियो वायरल करवाने के लिए बनवाया है. जो दो व्यक्ति वीडियो में नजर आ रहे हैं, जिन्होंने पीपीई किट पहन रखी है, वो हमारे ही लोग हैं. घाट पर जाने के पहले ही एंबुलेंस खराब हो गई और उस एंबुलेंस में जो स्ट्रेचर रखा हुआ था उसका भी एक पैर टूटा हुआ था इसलिए उसका उपयोग नहीं किया जा सका.

कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा का कहना है कि अमर सिंह पटना की आउटसोर्सिंग एजेंसी से जो एंबुलेंस हमें प्रोवाइड की गई है उसी का चालक है और स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने के लिए और अधिक राशि की डिमांड करने के लिए उसने ये बदमाशी की है. मैं इसकी जांच करवा रहा हूं और अगर जांच में सही पाया गया तो अमर सिंह पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आगे से ऐसा कुछ न हो इसकी हम लोग पूरी तैयारी में हैं'.

डेड बॉडी डिस्पोजल पर सवाल
वहीं, डेड बॉडी डिस्पोजल के सवाल पर डीएम ने कहा कि हमने डेड बाडी डिस्पोजल के लिए टीम बनाई है, लेकिन उनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. ये ऐसा कार्य है जिसके लिए कोई आदमी सामने नहीं आता है. इसको करने के लिए तो हमने रेड क्रास के माध्यम से कुछ एनजीओ से भी बात करने की कोशिश की है. नगर निगम या किसी अन्य सोर्स से बाडी डिस्पोजल के लिए अधिक व्यक्तियों का हम लोग इंतजाम कर रहे हैं, ताकि शवों का इज्जत के साथ अंतिम संस्कार हो सके.

'मिनी काशी' बक्सर में भी यही हाल
ऐसा ही कुछ हाल मिनी काशी के नाम से मशहूर बक्सर श्मशान घाट पर देखने को मिला. कोरोना संक्रमित महिला के शव को स्वास्थ्य कर्मी अंतिम संस्कार के लिए घसीटते हुए ले जाते दिखे. परिजनों ने महिला को कोविड केयर सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर ले जाया गया, जहां पीपीई किट पहने तीन कर्मी उनके शव को घसीटते ले जाते दिखे. जिसके बाद लोगों ने मीडिया कर्मियों को इसकी सूचना दे दी.

प्रत्यक्षदर्शी पप्पू पांडेय का कहना है कि तीन थाने के पुलिसकर्मी इस श्मशान घाट पर तैनात हैं. उसके बाद भी अधिकारियों के सामने ही पीपीई किट पहने तीन लोग शव को घसीटते हुए अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे हैं. जो व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है. जिला प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य समिति का अधिकारी भी देख लें कि श्मशान घाट पर उनकी व्यवस्था कितनी दुरुस्त है.

एसडीएम के के. के उपाध्याय का कहना है कि किन लोगों के द्वारा शव को इस तरह से ले जाए जा रहा है. इसका पता किया जा रहा है. जांच के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी. श्मशान घाट पर शव के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन के द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है'.

इंसानियत हुई शर्मसार
सरकार और प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहे इस शर्मसार कर देने वाले कृत्य के बाद पूरे मामले पर राजनीति भी होने लगी. डुमराव से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की तमाम तैयारी मृत सैया पर अंतिम सांस गिन रहा है. अभी ये हाल है तो आने वाले समय में जब ये वैश्विक महामारी और विकराल रूप धारण करेगा तब क्या होगा?

कोरोना का लगातार बढ़ रहा प्रकोप
बता दें कि बक्सर जिले में अब तक 1,979 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं. इस वैश्विक महामारी के कारण 26 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि 522 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके हैं. ऐसे में ईटीवी भारत भी सभी जिलों के लोगों से अपील कर रहा है कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए लोग घर में ही सुरक्षित रहें.

कटिहार/ बक्सर : कोरोना के कहर के बीच बिहार के कटिहार से एक दुखद और हृदय विदारक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें कोरोना से मर चुके लोगों के अंतिम संस्कार के लिए शव को किस तरह श्मशान घाट ले जाया जा रहा है यह देखा जा सकता है. एक शव को एंबुलेंस से उतारने के बाद तीन लोग मिलकर उसे श्मशान तक ले गए. लेकिन वीडियो में वह कभी शव को टांगकर तो कभी जमीन पर घसीटते हुए नजर आ रहे हैं.

बदइंतजामी की हद
जीते जी इलाज के लिए जरूरी व्यवस्था उपलब्ध कराने में नाकाम रही बिहार सरकार अब मरने के बाद भी लोगों को श्मशान तक जाने के लिए जरुरी इंतजाम नहीं कर पा रही है, यह स्थिति तब है, जब कटिहार से राज्य में एक उप मुख्यमंत्री भी है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट..

सभी दावे खोखले साबित
दरअसल, कोरोना से किसी के मौत के बाद जिला प्रशासन की तरफ से कटिहार-पूर्णिया सड़क के भसना पुल के नीचे उसके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई है. लेकिन ये तस्वीर बताने के लिए काफी है कि एंबुलेंस से उतारकर भसना पुल के नीचे तक ले जाने के लिए प्रशासन की ओर से जिस व्यवस्था का दावा किया जा रहा है, वह किस तरह से खोखले साबित हो रहे हैं.

शव को घसीटते हुए ले गए कर्मी
स्वास्थ्य विभाग के तीनों कर्मियों के पास इसके लिए कोई स्ट्रेचर की व्यवस्था तक नहीं है. तीनों मिलकर घसीटते हुए बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे हैं. बड़ी बात तो ये है कि इनमें से दो कर्मियों ने तो पीपीई किट पहन रखी थी, लेकिन एक कर्मी को तो पीपीटी कीट भी नसीब नहीं हुई.

डीएम ने की वीडियो की पुष्टि
वायरल वीडियो की पुष्टि करते हुए कटिहार डीएम उदयन मिश्रा ने कहा कि इसकी मैंने जांच की है. ये मामला कटिहार का ही है. इसमें एंबुलेंस से ले जाया गया है. एंबुलेंस के चालक अमर सिंह ने बदमाशी से ये वीडियो वायरल करवाने के लिए बनवाया है. जो दो व्यक्ति वीडियो में नजर आ रहे हैं, जिन्होंने पीपीई किट पहन रखी है, वो हमारे ही लोग हैं. घाट पर जाने के पहले ही एंबुलेंस खराब हो गई और उस एंबुलेंस में जो स्ट्रेचर रखा हुआ था उसका भी एक पैर टूटा हुआ था इसलिए उसका उपयोग नहीं किया जा सका.

कटिहार के डीएम उदयन मिश्रा का कहना है कि अमर सिंह पटना की आउटसोर्सिंग एजेंसी से जो एंबुलेंस हमें प्रोवाइड की गई है उसी का चालक है और स्वास्थ्य विभाग को बदनाम करने के लिए और अधिक राशि की डिमांड करने के लिए उसने ये बदमाशी की है. मैं इसकी जांच करवा रहा हूं और अगर जांच में सही पाया गया तो अमर सिंह पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आगे से ऐसा कुछ न हो इसकी हम लोग पूरी तैयारी में हैं'.

डेड बॉडी डिस्पोजल पर सवाल
वहीं, डेड बॉडी डिस्पोजल के सवाल पर डीएम ने कहा कि हमने डेड बाडी डिस्पोजल के लिए टीम बनाई है, लेकिन उनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो गये हैं. ये ऐसा कार्य है जिसके लिए कोई आदमी सामने नहीं आता है. इसको करने के लिए तो हमने रेड क्रास के माध्यम से कुछ एनजीओ से भी बात करने की कोशिश की है. नगर निगम या किसी अन्य सोर्स से बाडी डिस्पोजल के लिए अधिक व्यक्तियों का हम लोग इंतजाम कर रहे हैं, ताकि शवों का इज्जत के साथ अंतिम संस्कार हो सके.

'मिनी काशी' बक्सर में भी यही हाल
ऐसा ही कुछ हाल मिनी काशी के नाम से मशहूर बक्सर श्मशान घाट पर देखने को मिला. कोरोना संक्रमित महिला के शव को स्वास्थ्य कर्मी अंतिम संस्कार के लिए घसीटते हुए ले जाते दिखे. परिजनों ने महिला को कोविड केयर सेंटर में इलाज के लिए भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर ले जाया गया, जहां पीपीई किट पहने तीन कर्मी उनके शव को घसीटते ले जाते दिखे. जिसके बाद लोगों ने मीडिया कर्मियों को इसकी सूचना दे दी.

प्रत्यक्षदर्शी पप्पू पांडेय का कहना है कि तीन थाने के पुलिसकर्मी इस श्मशान घाट पर तैनात हैं. उसके बाद भी अधिकारियों के सामने ही पीपीई किट पहने तीन लोग शव को घसीटते हुए अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे हैं. जो व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है. जिला प्रशासन एवं जिला स्वास्थ्य समिति का अधिकारी भी देख लें कि श्मशान घाट पर उनकी व्यवस्था कितनी दुरुस्त है.

एसडीएम के के. के उपाध्याय का कहना है कि किन लोगों के द्वारा शव को इस तरह से ले जाए जा रहा है. इसका पता किया जा रहा है. जांच के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी. श्मशान घाट पर शव के अंतिम संस्कार के लिए जिला प्रशासन के द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है'.

इंसानियत हुई शर्मसार
सरकार और प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहे इस शर्मसार कर देने वाले कृत्य के बाद पूरे मामले पर राजनीति भी होने लगी. डुमराव से भाकपा माले विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन की तमाम तैयारी मृत सैया पर अंतिम सांस गिन रहा है. अभी ये हाल है तो आने वाले समय में जब ये वैश्विक महामारी और विकराल रूप धारण करेगा तब क्या होगा?

कोरोना का लगातार बढ़ रहा प्रकोप
बता दें कि बक्सर जिले में अब तक 1,979 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं. इस वैश्विक महामारी के कारण 26 लोगों की जान जा चुकी है. जबकि 522 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके हैं. ऐसे में ईटीवी भारत भी सभी जिलों के लोगों से अपील कर रहा है कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए लोग घर में ही सुरक्षित रहें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.