श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोविड महामारी ने घाटी में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को प्रभावित किया है, लेकिन सुरक्षा बलों का इस पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित है और आने वाले समय में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा.
सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए कई क्षेत्रों का दौरा करने के बाद दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में पत्रकारों से बात करते हुए, डीजीपी ने कहा कि समीक्षा बैठकों के दौरान, दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया.
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डीजीपी ने कहा, 'हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं कि कोविड महामारी ने कुछ हद तक आतंकवाद विरोधी अभियानों को प्रभावित किया है, क्योंकि सावधानी बरतने की आवश्यकता है. ड्यूटी पर तैनात कई पुलिसकर्मी और सुरक्षा बल के जवान वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
कई पुलिस कर्मी प्रतिबंधों को लागू करने के लिए लॉकडाउन ड्यूटी पर हैं. उन्होंने कहा, 'तो, इसने अभियानों को प्रभावित किया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उस क्षेत्र को छोड़ रहे हैं और दूसरे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
सिंह ने कहा कि कश्मीर घाटी में स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती कम हो गई है और पुलिस चाहती है कि हथियार उठाने वाले युवा मुख्यधारा में लौट आएं.
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उन्होंने कहा, 'पुलिस गुमराह युवकों को आतंकवाद में शामिल होने से रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. कुलगाम में, युवाओं के एक समूह, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होने वाले थे, उन्हें वापस लाया गया और उनके परिवारों से मिलाया गया. इसी तरह, दक्षिण कश्मीर के अन्य जिलों में, ऐसे कई समूहों को गलत रास्ते पर जाने से रोका गया.'