रीवा। रीवा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सिद्धार्थ तिवारी ने अपने दादा व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के जन्मदिन के अवसर पर बीती 17 सितंबर 2022 को जिले में जनाधिकार यात्रा की शुरुआत की थी. हाथ जोड़ो यात्रा की तर्ज पर जनाधिकार यात्रा जिले के तमाम ब्लॉक तक पहुंची. यह यात्रा बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं सहित अन्य तमाम मुद्दों को लेकर निकाली गई थी. करीब 6 महीने के बाद स्थानीय पद्मधर पार्क में श्रीनिवास तिवारी के पुत्र व गुढ़ विधायक रहे स्व. सुंदर लाल तिवारी की पुण्य तिथि के अवसर पर शनिवार को जनाधिकार यात्रा का समापन हुआ.
देश में घृणा का माहौल: जनाधिकार यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा, 'देश में अलग तरह का वातावरण चल रहा है. घृणा का माहौल बना हुआ है. इसको लेकर राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा निकालनी पड़ी.' पटवारी ने विधानसभा अध्यक्ष गिरिश गौतम पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'मेरे सवाल करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने माफी मांगने की बात कही और मुझे निलंबित कर दिया. मैंने शिवराज जी से सवाल किए तो क्या कोई गलती की. विधानसभा अध्यक्ष अगर किसानों की बात का समर्थन न करें तो उन्हें वापस रीवा क्यों न बुला लिया जाए.'
भाजपा को हराना है: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी को याद करते हुए कहा, 'पूर्व सीएम अर्जुन सिंह और श्रीनिवास तिवारी की आपस में पटती नहीं थी. लेकिन जब-जब कांग्रेस में संकट आया, तब-तब दोनों ने साथ मिलकर काम दिया और कांग्रेस के लिए लड़ाई लड़ी.' दिग्विजय ने कहा, 'इस विंध्य प्रदेश की धरती पर इन दोनों महान हस्तियों से हमें सीख लेने की जरूरत है.' आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, 'कौन मानता था कि हम रीवा से महापौर का चुनाव जीत जाएंगे. फिर भी हमने चुनाव जीता इसलिए विधानसभा चुनाव में भी हमें जीतकर दिखाना है और भाजपा को हराना है.'
लोकतंत्र विरोधी विचारधारा से लड़ाई: आगामी विधानसभा चुनाव में जिले की आठों सीट से कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'सिद्धार्थ तिवारी मेहनत कर रहे हैं. जनता के बीच भी जा रहे हैं. अगर जनता के बीच जाना है तो थोड़ा झुकना सीख लें. श्रीनिवास तिवारी किसी के आगे झुकते नहीं थे, वे लोगो को झुकाते थे. सिद्धार्थ ने सभी विधानसभाओं में जनअधिकार यात्रा निकाली है. विपक्ष का काम क्या है, बिजली के दाम बढ़े हैं तो आंदोलन करो. किसानों को सताया जा रहा है तो आंदोलन करो. लड़ाई तो लड़नी पड़ेगी क्योंकि जिस विचारधारा के साथ हम लड़ रहे हैं, वह लोकतंत्र विरोधी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र के सारे अधिकार अपने हाथों में समेट रहे हैं. हमें इसका पुरजोर विरोध करना है.'
जो 18 साल में नहीं दे पाए शिवराज, वह 10 साल में कांग्रेस ने दिया: दिग्विजय सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज की कल्पना इस देश में की थी. इसी के चलते हम पंचायती राज लाए और जिला पंचायत, ग्राम पंचायत और नगर पंचायत, नगर निगम को अधिकार दिए. बीजेपी की शिवराज सरकार 18 साल में जो नौकरियां नही दे पाई, वह हमने 10 वर्ष में दी थी.' इसके अलावा व्यापम मुद्दे पर भी दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को जमकर घेरा. प्रधानमंत्री आवास योजना का जिक्र करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'जब तक 15 से 20 हजार रुपए कमीशन न दो, तब तक योजना का लाभ नहीं मिलता. सरकारी अधिकारी और कर्मचारी लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे हैं. शिवराज जी को 19 साल बाद बहनों की याद आई है. उसमें भी 7 शर्तें रख दीं. 7 शर्तें पूरी होंगी, तब जाकर बहनों को एक हजार रुपए महीने मिलेंगे. शिवराज तो फर्जी बात करने के आदी है. बीजेपी की नीतियां साफ हैं कि किसी के खाते में एक हजार रुपए डाल दो और फिर बाद में तीन हजार निकाल लो.' दिग्विजय सिंह ने कहा, 'ये कहते हैं कि हिंदुत्व खतरे में है. 500 साल के मुगल शासन में हिंदू खतरे में नहीं आया. डेढ़ सौ साल इसाइयों का शासन रहा, तब हिंदुत्व खतरे में नहीं रहा. अब जब हमारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री हिंदू हैं तो खतरा किससे हो गया. लोगों को डराकर चुनावों में वोट मांगना इनका एक मात्र उद्देश्य है.'