शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. भारी बारिश से जगह-जगह लैंडस्लाइड हो रहा है जिसके कारण प्रदेश में 828 सड़कें बंद हो गई हैं. इसके अलावा नदी और नाले उफान पर हैं, जो खतरे की घंटी बजा रहे हैं. बारिश के कारण पेयजल परियोजनाओं पर भी असर पड़ा है. प्रदेशभर में 785 पानी की परियोजनाएं प्रभावित हुई हैं जिससे पानी की सप्लाई नहीं हो रही है और कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत भी हो रही है. राजधानी शिमला में भी अगले 2 दिन पानी नहीं आएगा. हिमाचल में आसमान में बरसती आफत को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में 2 दिन तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. सरकार ने रविवार को ही इसका फैसला ले लिया था कि 10 और 11 जून को स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने केंद्र से मांगी मदद: सीएम सुक्खू ने इस घड़ी में केंद्र से मदद मांगी है. मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और प्रदेश के मौजूदा हालात के बारे में अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने केंद्र से आर्थिक मदद मांगी है, ताकि इस आपदा में राहत और बचाव के साथ अन्य कार्यों को अंजाम दिया जा सके. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कहा है कि केंद्र हिमाचल में बारिश से उत्पन्न स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और केंद्र की ओर से हर संभव मदद की जाएगी.
सीएम ने की ये अपील: मौसम विभाग ने हिमाचल में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधायकों से अपने इलाकों में रहने को कहा है ताकि आपदा की स्थिति में लोगों की मदद की जा सके और बचाव व राहत कार्यों की निगरानी की जा सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव कदम उठा रही है.
![Helpline no in Himachal.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-07-2023/hpsl-01-rain-damage_10072023123451_1007f_1688972691_277.jpg)
हेल्पलाइन नंबर जारी: बारिश के कारण कई इलाकों में हालात बेहद खराब है ऐसे में सरकार की ओर से हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. 1100, 1070, 1077 नंबर पर आपदा संबंधी जानकारी दी जा सकती है. इन नंबर्स पर फोन करके मदद मांगी जा सकती है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस आपदा में जो भी लोग फंसे होंगे उन्हें जल्द से जल्द रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाएगा.
इसके अलावा राज्य स्तर पर बने स्टेट एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के नंबर भी जारी किए गए हैं. इन नंबरों पर भी आपदा से जुड़ी सूचना दी जा सकती है. एमरजेंसी सेंटर के प्रभारी प्रवीण भारद्वाज का मोबाइल नंबर 89883-41921 है. जबकि केंद्र के नंबर 0177-2929688, 2629439, 2629939, 2628940 हैं. इसके अलावा जिला स्तर पर मौजूद एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर्स के प्रभारियों और केंद्रों के नंबर भी जारी किए गए हैं.
![Devastation in Himachal due to Heavy Rain.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-07-2023/18960697_2.jpg)
नदी नाले उफान पर: भारी बारिश के कारण प्रदेशभर में नदी नाले उफान पर हैं. कुल्लू और मंडी जिले में ब्यास नदी उफान पर है तो चंबा में रावी कोहराम मचा रही है. इसके अलावा सतलुज नदी समेत नालों और खड्डों में भी मानो बाढ़ आ गई है. नदियों का जल स्तर बढ़ने के कारण बांधों में भी पानी भर गया है. बांध के भी फ्लड गेट खोले गए हैं जिसके कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और नदी किनारे बसे घरों पर खतरा मंडरा रहा है.
सैलाब में बह रहा है सब कुछ: बारिश के बाद आया सैलाब मानो हर चीज को लीलना चाहता है. कुल्लू मंडी से लेकर चंबा तक कई पुल तिनके की तरह पानी में बह गए हैं. वहीं पार्किंग में खड़ी कई गाड़ियां भी पानी के सैलाब में बह गई. कुल्लू में एक ट्रक भी पानी में बहता हुआ नजर आया. आसमान से बरसी आफत के बाद आया सैलाब की तस्वीरें मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक वायरल हो रही हैं.
![Lanslide in Himachal.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-07-2023/18960697_1.jpg)
828 सड़कें बंद: लगातार हो रही बारिश के कारण 828 सड़कें बंद हैं. इनमें मंडी में नेशनल हाइवे-21, कुल्लू में एनएच-305 जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं. इसके अलावा ग्रामीण स्तर पर भी कई सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं. जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा कई जल परियोजनाएं और बिजली परियोजनाओं को भी नुकसान पहुंचा है. जिसके कारण कई इलाकों में पेयजल और बिजली का संकट भी पैदा हो गया है.
![Landslide in Himachal.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-07-2023/18960697_3.jpg)
लैंडस्लाइड में दबी जिंदगियां: भारी बारिश के बाद जगह-जगह लैंड स्लाइड भी हो रहा है जिसके कारण जान-माल का भी भारी नुकसान हुआ है. रविवार को शिमला जिले के कोटगढ़ में एक घर लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया, जिसके चलते पूरा परिवार मलबे में दफन हो गया. इस हादसे में पति पत्नी और एक बच्चे की मौत हो गई. जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. शिमला जिले के ही ठियोग में भी एक मकान लैंडस्लााइड की जद में आ गया, जिसमें दबने से दो लोगों की मौत हो गई. दोनों के शव कड़ी मशक्कत के बाद निकाले जा सके. प्रदेश भर में बारिश के कारण लैंड स्लाइड से जान और माल का नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुताबिक अब तक इस आपदा में 14 लोगों की जान गई है.
![Landslide on Kalka-Shimla rail track.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-07-2023/18960697_4.jpg)
कालका-शिमला रेल ट्रैक बंद: भारी बारिश के कारण वर्ल्ड हैरिटेज कालका शिमला रेल ट्रैक पर भी असर पड़ा है. ट्रैक पर जगह-जगह पेड़ और लैंड स्लाइड के बाद मलबा गिर गया है. जिसके कारण 10 और 11 जुलाई को सभी ट्रेनें रद्द करने का फैसला लिया गया है. रेलवे बोर्ड अंबाला मंडल की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं. गौरतलब है कि इस नैरो गेज ट्रैक के जरिये सैकड़ों पर्यटक रोजाना कालका से शिमला तक का सफर करते हैं.
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