रोहतक: सुनारिया जेल में यौन शोषण और हत्या के मामले में सजा काट रहा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर पैरोल जेल से बाहर आ सकता है. डेरा प्रमुख ने पैरोल के लिए जेल प्रशासन के पास अर्जी दी है. इस बार सिरसा जाने की अनुमति मांगी गई है. दरअसल डेरा सच्चा सौदा के दूसरे संत शाह सतनाम महाराज के जन्मदिवस पर सिरसा डेरा में 25 जनवरी को भंडारा व सत्संग का आयोजन किया जाएगा. इसी आयोजन में डेरा प्रमुख शामिल हो सकता है. हालांकि प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से गहनता से विचार-विमर्श कर रहा है.
पहले भी मिल चुकी है पैरोल: इससे पहले 15 अक्टूबर को डेरा प्रमुख को 40 दिन की पैरोल मिली थी. तब वह उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में रहा था और 25 नवंबर को अवधि खत्म होने के बाद वापस सुनारिया जेल लौट गया था. तब बरनावा आश्रम से राम रहीम ने 3 भजन लॉन्च किए थे. उस दौरान विदेश में रह रहे राम रहीम के परिजन भी वहां आश्रम पहुंचे थे. बरनावा आश्रम में पैरोल की अवधि के दौरान डेरा प्रमुख ने बरनावा आश्रम में रहकर कई आयोजन किए और ऑनलाइन प्रवचन भी दिए.
चुनाव में जीत के लिए नेताओं ने लिया राम रहीम का आशीर्वाद: राम रहीम को जिस दौरान पैरोल मिली थी तब हरियाणा में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव और हिमाचल प्रदेश तथा गुजरात के चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी. ऑनलाइन हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कई नेताओं ने राम रहीम से आशीर्वाद लिया था. इस पैरोल को लेकर कई सवाल भी उठे थे.
इससे पहले राम रहीम को फरवरी 2022 में 21 दिन की फरलो और फिर जून 2022 में 30 दिन की पैरोल मिली थी.
साल 2021 में अपनी मां से मिला: राम रहीम को 7 फरवरी को 21 दिन की जब फरलो मिली थी. तो इसे लेकर सियासत भी गर्माई थी. उस समय फरलो दिए जाने को पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा गया था. फरलो की अवधि के दौरान वह गुरुग्राम स्थित आश्रम रहा. फरलो की शर्तों के अनुसार उसे आश्रम से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी. राम रहीम को मई 2021 में 48 घंटे की पैरोल मिली थी. तब उसने गुरुग्राम में अपनी बीमार मां से मुलाकात की थी. जबकि मई 2021 और जून 2021 में इलाज के लिए पीजीआईएमएस रोहतक व गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी ले जाया गया था.
ये भी पढ़ें: रेवाड़ी में पॉलिटेक्निक के छात्र ने की भैंस की चोरी, 2 आरोपी गिरफ्तार
राम रहीम को उम्रकैद की सजा: डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 2 साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति व पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में उम्रकैद की सजा हुई है. राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को रोहतक की सुनारिया जेल में लाया गया था. पंचकूला की सीबीआई कोर्ट में पेशी के दौरान व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी. इसके बाद हेलीकॉप्टर के जरिए उसे सुनारिया जेल लाया गया .
यौनशोषण और हत्या का है दोषी: 28 अगस्त 2017 को जेल परिसर में ही सीबीआई की विशेष कोर्ट लगी और सीबीआई जज जगदीप सिंह ने राम रहीम को दो साध्वियों से यौन शोषण मामले में 10-10 साल की सजा सुनाई थी. जनवरी 2019 में सीबीआई की विशेष अदालत ने पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम को उम्रकैद की सजा सुनाई थी. अक्टूबर 2021 में डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह हत्याकांड में भी राम रहीम को उम्रकैद की सजा हुई है. जेल परिसर में राम रहीम को अलग बैरक में रखा गया है. जेल परिसर में राम रहीम से समय-समय पर परिजन और वकील मुलाकात करते रहते हैं.