पटना: बिहार में डेंगू का डंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. डेंगू के कुल मामले 15000 के पार चले गए हैं. बीते 2 महीने से पूरा बिहार डेंगू की चपेट में है और राजधानी पटना तो हॉटस्पॉट बना हुआ है. बीते 24 घंटे में पूरे प्रदेश में डेंगू के 355 नए मामले मिले हैं. इसमें पटना में सर्वाधिक 172 नए मामले मिले हैं.
15 हजार के पार मरीजों की संख्या: प्रदेश में पटना के अलावा भागलपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुंगेर, वैशाली जैसे प्रदेश के सभी जिले डेंगू से प्रभावित हैं. डेंगू के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. अब तक कुल ज्ञात मामलों की संख्या 15004 हो चुकी है. इसमें पटना में ही डेंगू मरीजों की संख्या 6865 हो गई है.
इस साल अक्टूबर में मिले ज्यादा मामलेः पटना में डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ गंभीर मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ी है. बता दें कि प्रदेश में अक्टूबर महीने में अब तक 8269 डेंगू के मरीज मिले हैं. वहीं अक्टूबर 2022 में 7605 और अक्टूबर 2021 में 252 मामले ही मिले थे. इस साल अक्टूबर महीने में पिछले दो सालों से भी ज्यादा मामले अब तक सामने आ गए हैं. पटना के चारों सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 86 मरीजों का इलाज चल रहा है.
अस्पतालों में एडमिट मरीजों की संख्या: एम्स पटना में डेंगू के 26 मरीज, आईजीआईएमएस में 15, पीएमसीएच में 24 और एनएमसीएच में 21 मरीज एडमिट हैं. इसके अलावा विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों में 40 से अधिक डेंगू मरीज एडमिट है. वहीं पूरे प्रदेश की बात करें तो 12 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कुल 270 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है. जिसमें भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सर्वाधिक 81 मरीज एडमिट है, पावापुरी मेडिकल कॉलेज में 22, गया के मगध मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 18 मरीज एडमिट है.
क्या कहते हैं चिकित्सक: डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि ठंड की शुरूआत होने पर ही डेंगू के मामले कम होने के आसार बन रहे हैं. अगले 15 दिनों में डेंगू के मामलों में थोड़ी कमी आएगी, लेकिन अभी पटना में डेंगू काफी अधिक फैल चुका है, इस वजह से डेंगू का संक्रमण दर अधिक है. लोगों को डेंगू से बचने के लिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी का जमाव नहीं होने दे और स्वच्छता का ख्याल रखें.
"डेंगू में शरीर के अंदर प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है. शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल कम हो जाता है, इसलिए शरीर को हाइड्रेटेड रखें. प्रचुर मात्रा में पानी पिएं और ताजा सुपाच्य भोजन ही सेवन करें. डेंगू फीवर यदि चढ़ता है तो पेरासिटामोल का सेवन करें और बुखार को अधिक देर तक शरीर में नहीं रहने दें. लोगों को डेंगू से बचने के लिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी का जमाव नहीं होने दे और स्वच्छता का ख्याल रखें."- मनोज कुमार, वरिष्ठ चिकित्सक