नई दिल्ली: रविवार को लंदन में हुए तिरंगे के अपमान को लेकर भारतीयों में काफी रोष है. इसी कड़ी में सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर सैकड़ों की संख्या में सिख समुदाय के लोग तिरंगा लेकर पहुंचे और इस घटना का पुरजोर तरीके से विरोध किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय जय कार के नारे लगाए. प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि इतना बड़ा अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा. वहीं प्रदर्शनकारियों को देखते हुए ब्रिटिश हाईकमीशन के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सिख कौम हमेशा से ही मानवता की बात करती आई है. देश की भलाई की बात करती है, लेकिन कुछ चुनिंदा लोग देश को बदनाम करने पर तुले हैं. प्रदर्शनकारी सिखों का भारत सरकार और ब्रिटिश सरकार से कहना है कि तिरंगा हमारी देश की आन बान शान है. तिरंगा के लिए सिखों ने बहुत कुर्बानी दी है. सिख समुदाय के लोगों ने हमेशा से ही देश के लिए बलिदान दिया है, लेकिन कुछ लोग सिख कौम को बदनाम करना चाहते हैं, जो भी लोग हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
प्रदर्शनकारी सिखों का यह भी कहना है कि जब से केंद्र में मोदी की सरकार आई है, तब से सरकार ने खालिस्तानी आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कई ऐसे ठोस कदम उठाए हैं, जिससे उनको मिर्ची लगी हुई है. यही वजह है कि वह भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह अपने मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे. सिख समुदाय हमेशा से मानवता की बात करता आया है. अभी कुछ सालों पहले ही पंजाब में शांति आई है, लेकिन फिर से यहां का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.
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गौरतलब है कि ब्रिटेन में रविवार 19, मार्च को भारतीय उच्चायोग के बाहर कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने प्रदर्शन किया और भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान किया. इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों के द्वारा तिरंगे को उतारा भी गया था. हालांकि इस घटना के बाद भारत ने दिल्ली में ब्रिटिश राजनायिक को तलब कर विरोध भी जताया था.
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