रायपुर: आरबीआई की घोषणा के बाद शुक्रवार को आम जनता में 2000 की करेंसी बदलने को लेकर जल्दबाजी देखने को मिली. ईटीवी भारत की टीम ने सब्जी मंडी, पेट्रोल पंप, सिनेमा हॉल से लेकर बाजार को टटोलकर नोटबंदी पार्ट-2 में लोगों पर इसके असर को जानने की कोशिश की. छुट्टा कराने के मकसद से कोई दो हजार को नोट लेकर 50 रुपए या 100 रुपए का पेट्रोल डलाने पहुंचा तो कोई सब्जी खरीदने. अचानक से लोगों की जेब से 2000 की करेंसी निकलती देख व्यापारी वर्ग भी जरा सा चिंतित नजर आया.
छुट्टे मिलने में हो रही भारी दिक्कत: घड़ी चौक के पास के पेट्रोल पंप मालिक नवदीप सिंह चावला का कहना है कि "जब से यह न्यूज आई है तब से पब्लिक पेट्रोल पंप पर 2000 के नोट लेकर 100 रुपए का पेट्रोल लेने पहुंच रही है. हम उन्हें नोट लेने से मना भी नहीं कर सकते तो हमें दिक्कत चेंज देने की हो रही है." सब्जी के थोक विक्रेता इम्तियाज अहमद का कहना है कि "बहुत सारे ग्राहक आ रहे हैं लेकिन 2000 के नोट अभी सब्जी मंडी में आना शुरू नहीं हुआ है. हो सकता है लोगों को अभी ज्यादा जानकारी ना हो." सब्जी विक्रेता दर्शन सिंह भी इम्तियाज अहमद से इत्तेफाक रखते हैं.
पहले भी आ रहे थे 2 हजार के नोट, अब बढ़ गए: पीवीआर सिनेमा मैग्नेटो मॉल के सिनेमा हेड रोहित शर्मा का कहना है कि "हमारे यहां जो भी कस्टमर आते हैं वह काफी हाई सोसाइटी के होते हैं. 2000 के नोट तो पहले से ही आ रहे थे लेकिन इतने ज्यादा नहीं आ रहे थे. लेकिन कल की न्यूज़ के बाद से थोड़ी इनक्रीज होना चालू हुए हैं. लोगों में उत्सुकता तो दिख रही है. वे बैंक जाने से बचने के लिए अपने 2000 के नोटों को शॉपिंग मॉल या मैग्नेटो मॉल में आकर खर्च कर रहे हैं."
नहीं पड़ा सराफा बाजार में असर : सराफा कारोबारी और रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरखचन्द मालू का कहना है कि "सोने के दाम जो लगातार बढ़ रहे हैं, उसका कारण अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 2000 के नोट बंदी के कारण सोने के भाव पर कोई असर नहीं पड़ा है. ना सराफा बाजार पर 2000 के नोट बंद होने का असर हुआ है. अमेरिका में दो बैंक डिफाल्टर हो गए हैं और सुनने में आया है कि 4 बैंक भी डिफाल्टर होने की कगार पर हैं. विश्व की अर्थव्यवस्था अमेरिका पर बेस है. इसलिए लगातार सोने के दाम बढ़ रहे हैं. आम आदमी पर भी 2000 के नोट बन्द होने का कोई असर नही पड़ेगा.''
छोटे व्यापारियों को होगी परेशानी : बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र के किसान और कपड़े के व्यापारी विनय शुक्ला ने बताया कि "बिजनेस में फर्क तो पड़ सकता है, साथ ही किसान थोड़ी बहुत पूंजी खेती के लिए घर में बचा कर रखता है. ऐसे में हर व्यक्ति बड़े नोट को रखने में सहूलियत समझता है. इसलिए उन्हें 2000 के नोट चलन से बाहर होने पर सबसे ज्यादा समस्या होगी. महिलाएं 2000 के नोट ज्यादातर अपने पास रखती हैं और अब नोट बदलने के लिए उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.''
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व्यापार पर पड़ेगा असर : कपड़ा दुकान संचालक विजय वर्मा ने बताया कि "आरबीआई के ऐलान के बाद शुक्रवार शाम से ही लोग कपड़ा खरीदी करने पहुंचने वाले ग्राहक 2000 के नोट देकर खरीदी कर रहे हैं. ऐसे में धीरे-धीरे कर उनके पास बहुत ज्यादा 2000 के नोट जमा हो जाएंगे. फिर बैंक में उन्हें लाइन लगाने की समस्या होगी. नोट बदलने की वजह से उनके दुकान में प्रभाव पड़ेगा. नोट बदलना भी जरूरी है और दुकान खोलना भी और दोनों एक साथ नहीं हो सकता. यदि दुकान खोलेंगे तो नोट रखे रह जाएंगे और नोट बदलने जाएंगे तो दुकान बंद करना पड़ेगा.''
नोट नहीं हुआ है बंद : सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के रीजनल हेड शैलेश वर्मा के मुताबिक 2000 रुपए के नोट को आरबीआई ने बंद नहीं किया है, बल्कि बैंकों को 2000 रुपए के नोट री-इश्यू नहीं करना है. कस्टमर बैंकों के माध्यम से 2000 रुपए के नोट एक्सचेंज करने के साथ ही बैंकों में डिपॉजिट कर सकते हैं. इसके लिए आरबीआई ने सभी बैंकों को नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. आरबीआई के नोटिफिकेशन के बाद सभी बैंक 2000 रुपए के नोट डिपॉजिट करने के साथ ही एक्सचेंज करने के लिए तैयार है.