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सियासी रंग ले रहा शेल्टर होम केस, उच्चस्तरीय जांच के सवाल को टाल गए सीएम

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Published : Jan 24, 2021, 4:53 PM IST

Updated : Jan 24, 2021, 5:41 PM IST

छत्तीसगढ़ के उज्ज्वला शेल्टर होम का मामला राजनीतिक रंग भी लेने लगा है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, विपक्ष की इस मांग के सवाल को मुख्यमंत्री टाल गए. उन्होंने बस इतना कहा कि पीड़ित महिला ने शिकायत की है. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक
धरमलाल कौशिक

बिलासपुर : उज्ज्वला शेल्टर होम केस को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. विपक्ष की इस मांग पर सीएम भूपेश बघेल ने चुप्पी साध ली. उन्होंने बस इतना कहा कि 'पीड़ित महिला ने शिकायत की है. आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है'.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जो खुलासा हुआ, इससे साफ जाहिर है कि यह काफी लंबे समय से चल रहा था. न जाने कितने लोग इनके चंगुल में फंसे हैं, जो संकोच के कारण खुलकर सामने नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और सारे तथ्य उजागर होने चाहिए.

सुनिए क्या कहा मुख्यमंत्री ने

कौशिक ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, चिंता का विषय है. यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती है तो स्वाभाविक तौर पर आरोपियों का मनोबल बढ़ेगा. सरकार को चाहिए कि तत्काल इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच करे. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

क्या है उज्जवला शेल्टर होम केस

बता दें कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उज्ज्वला गृह की युवतियों ने संचालक और कर्मचारियों पर गंदी हरकत और शोषण का आरोप लगाया है. युवतियों का बयान कोर्ट में दर्ज किया गया है. महिला आयोग ने भी स्वत: संज्ञान लिया है. मेडिकल जांच रिपोर्ट के बाद सरकंडा पुलिस ने संचालक जीतेंद्र मौर्य को गिरफ्तार भी कर लिया है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम जैसा मामला, युवतियों ने लगाए गंभीर आरोप

17 जनवरी की रात को उज्ज्वला शेल्टर होम का विवाद सामने आया था. शेल्टर होम की महिलाओं ने रिपोर्ट की थी. पीड़िताओं ने मारपीट करने, बंधक बनाने और परिवार से न मिलने देने की शिकायत की थी. जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई थी. दूसरे दिन उज्ज्वला होम में रहने वाली बाकी लड़कियों का बयान लिया गया था.

चार लोग किए जा चुके हैं गिरफ्तार

एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 20 जनवरी को 164 के तहत बयान मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िताओं के स्टेटमेंट लिए गए थे. जिसमें 376 और 354 के कंटेंट आने पर उज्ज्वला होम के संचालक जितेंद्र मौर्य को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें- शेल्टर होम की पूर्व महिला कर्मचारी ने रोंगटे खड़े कर देने वाले कई खुलासे किए

उज्ज्वला होम में काम करने वाली 5 महिला स्टाफ के खिलाफ भी आरोप लगाया गया था, जिसमें से 3 महिला स्टाफ की गिरफ्तारी की जा चुकी है. संचालक को मिलाकर अब तक कुल 4 लोग इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. जो अलग-अलग बयान दर्ज किए गए हैं, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

बिलासपुर : उज्ज्वला शेल्टर होम केस को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार से इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. विपक्ष की इस मांग पर सीएम भूपेश बघेल ने चुप्पी साध ली. उन्होंने बस इतना कहा कि 'पीड़ित महिला ने शिकायत की है. आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है'.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जो खुलासा हुआ, इससे साफ जाहिर है कि यह काफी लंबे समय से चल रहा था. न जाने कितने लोग इनके चंगुल में फंसे हैं, जो संकोच के कारण खुलकर सामने नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और सारे तथ्य उजागर होने चाहिए.

सुनिए क्या कहा मुख्यमंत्री ने

कौशिक ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, चिंता का विषय है. यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती है तो स्वाभाविक तौर पर आरोपियों का मनोबल बढ़ेगा. सरकार को चाहिए कि तत्काल इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच करे. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

क्या है उज्जवला शेल्टर होम केस

बता दें कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में उज्ज्वला गृह की युवतियों ने संचालक और कर्मचारियों पर गंदी हरकत और शोषण का आरोप लगाया है. युवतियों का बयान कोर्ट में दर्ज किया गया है. महिला आयोग ने भी स्वत: संज्ञान लिया है. मेडिकल जांच रिपोर्ट के बाद सरकंडा पुलिस ने संचालक जीतेंद्र मौर्य को गिरफ्तार भी कर लिया है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम जैसा मामला, युवतियों ने लगाए गंभीर आरोप

17 जनवरी की रात को उज्ज्वला शेल्टर होम का विवाद सामने आया था. शेल्टर होम की महिलाओं ने रिपोर्ट की थी. पीड़िताओं ने मारपीट करने, बंधक बनाने और परिवार से न मिलने देने की शिकायत की थी. जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई थी. दूसरे दिन उज्ज्वला होम में रहने वाली बाकी लड़कियों का बयान लिया गया था.

चार लोग किए जा चुके हैं गिरफ्तार

एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि 20 जनवरी को 164 के तहत बयान मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िताओं के स्टेटमेंट लिए गए थे. जिसमें 376 और 354 के कंटेंट आने पर उज्ज्वला होम के संचालक जितेंद्र मौर्य को गिरफ्तार किया गया.

पढ़ें- शेल्टर होम की पूर्व महिला कर्मचारी ने रोंगटे खड़े कर देने वाले कई खुलासे किए

उज्ज्वला होम में काम करने वाली 5 महिला स्टाफ के खिलाफ भी आरोप लगाया गया था, जिसमें से 3 महिला स्टाफ की गिरफ्तारी की जा चुकी है. संचालक को मिलाकर अब तक कुल 4 लोग इस मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. जो अलग-अलग बयान दर्ज किए गए हैं, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

Last Updated : Jan 24, 2021, 5:41 PM IST
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