नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 संबंधी हालात बेहतर होने के बाद दिल्ली मेट्रो की सेवा सोमवार को करीब तीन हफ्ते के अंतराल के बाद बहाल की गई. अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो में क्षमता से 50 फीसद यात्री ही बैठ सकेंगे तथा खड़े रहकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी.
कोविड-19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) की सेवाएं 20 मई को पूरी तरह से निलंबित कर दी गई थीं. कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर दिल्ली में 19 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था और उसके बाद दिल्ली सरकार इसकी अवधि बढ़ाती गई.
शुरुआत में तो मेट्रो सेवा आंशिक तौर पर जारी रही, जिसमें केवल आवश्यक सेवाओं के कर्मियों को ही यात्रा करने की इजाजत थी, लेकिन कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे 10 मई को बंद कर दिया गया.
पढ़ें- अनलॉक : कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट में गिरावट, जानिए आज से कहां-क्या खुलेगा
सोमवार को मेट्रो ट्रेन का परिचालन अपने निर्धारित समय सुबह छह बजे से आरंभ हो गया. डीएमआरसी के एक अधिकारी ने रविवार को कहा था, मेट्रो की विभिन्न लाइनों पर केवल आधी ट्रेनों का ही संचालन किया जाएगा और हर पांच से 15 मिनट के अंतराल पर मेट्रो मिला करेगी.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को लॉकडाउन में और छूट देने की घोषणा करते हुए कहा था कि सात जून से दिल्ली मेट्रो 50 फीसद क्षमता के साथ चलेगी तथा बाजार और मॉल सम-विषम आधार पर खुलेंगे.
पढ़ें- 'कोरोना मामलों में कमी आने पर देंगे फिल्म-सीरियल की शूटिंग की इजाजत'
सीएम केजरीवाल द्वारा लॉकडाउन के नियमों में ढील देने की घोषणा के बाद डीएमआरसी ने एक वक्तव्य में कहा था, सामाजिक दूरी और ट्रेनों के भीतर 50 प्रतिशत यात्रियों का सफर सुनिश्चित करने के वास्ते लोगों को अपने दैनिक आवागमन के लिए अतिरिक्त समय लेने और स्टेशनों के बाहर प्रवेश के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करते समय भी कोविड उपयुक्त व्यवहार करने की सलाह दी जाती है.
(भाषा)