कुचामनसिटी. संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड ललित झा दिल्ली से भागकर राजस्थान के डीडवाना कुचामन आया था, जहां वो कुचामनसिटी के शिव होटल में ठहरा था. हालांकि, अगले दिन दिल्ली पहुंचकर आरोपी ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था, लेकिन अब कुछ नए खुलासे हुए हैं. बताया जा रहा है कि ये वही होटल है, जहां आरोपी के साथी महेश और कैलाश ने उसे ठहराया था और इसी होटल परिसर में आरोपियों ने अपने मोबाइल नष्ट किए थे. वहीं, सूचना पर दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और जले मोबाइल पार्ट्स को एकत्र कर उसकी जांच कर रही है. हालांकि, इस बीच अब आरोपी मुकेश और कैलाश के परिजनों ने दोनों को बेकसूर बताते हुए सरकार से दोनों की रिहाई की मांग की है.
इधर, इस प्रकरण की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस ने कुचामन निवासी महेश कुमावत को भी गिरफ्तार कर लिया था, जिसके सोशल मीडिया पर शहीद भगत सिंह के स्टेट्स और क्रांतिकारी सोच के वीडियो पाए गए थे. ऐसे में अब स्थानीय पुलिस भी इस प्रकरण से जुड़े इनपुट की तलाश में जुट गई है. साथ ही बताया जा रहा है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले मास्टरमाइंड ललित झा को कुचामन में ठहराने वाला महेश कुमावत भी उसके साथ ही होटल में रुका था. इतना ही नहीं दोनों रात को रेलवे स्टेशन गए थे. इसके बाद जब होटल का मालिक सो गया तो दोनों मिलकर अपने सभी मोबाइल जला दिए. हालांकि, इस बीच इनपुट मिलने पर रात को ही दिल्ली पुलिस होटल पहुंच गई थी और मौके से पुलिस ने जले मोबाइल के पार्ट्स व अन्य नमूने एकत्र किए थे.
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दिल्ली से भागकर पहुंचा कुचामन : आरोपी ललित मोहन झा संसद की घटना का वीडियो बनाने के बाद मौके से भागकर कुचामन आ गया था. वो बस से राजस्थान के नागौर पहुंचा और फिर वहां से कुचामनसिटी आ गया था. यहां उसके दो दोस्त महेश कुमावत और उसके भाई ललित ने उसकी मदद की और उसके होटल में ठहरने की व्यवस्था की. ऐसे में जब आरोपी को इस बात का अहसास हुआ कि पुलिस उसकी तलाश में यहां आ सकती है तो वो वापस दिल्ली चला गया, जहां वो थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया.
सबूत जुटाने में जुटी दिल्ली पुलिस : जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना से जुड़े कई अहम सबूत बरामद हुए हैं. इनमें मोबाइल फोन के जले अवशेष भी शामिल हैं. इसी के साथ आरोपियों के कपड़े और जूते भी मिले हैं. वहीं, साथ ही कुछ कागजात भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जो घटना के वक्त आरोपियों के हाथों में थे. दिल्ली पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें उनसे संबंधित ठिकानों पर ले जाकर केस से जुड़े सबूत जुटा रही है.
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नीलम के संपर्क में था महेश : वहीं, संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों के मोबाइल को महेश ने नष्ट किया था. दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की मानें तो महेश कुमावत नीलम देवी के संपर्क में था. मामले के संबंध में दिल्ली पुलिस महेश के चचेरे भाई कैलाश से भी पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है.
परिजनों ने की ये मांग : स्थानीय पुलिस अपने स्तर पर महेश और कैलाश से संपर्क में रहने वालों से भी उनके बारे में पूछताछ कर रही है. परिवार वालों और जानकारों का कहना है कि महेश और कैलाश सीधे-साधे कामकाजी मजदूर हैं और वो अपने काम से काम रखते थे. ऐसे में इस घटना में उनका नाम आना हैरतअंगेज है. परिवारवालों के साथ जानकारों ने भी सरकार और जांच एजेंसियों से मांग की है कि मामले में निष्पक्ष जांच की जाए, जो बेकसूर हैं उन्हें रिहा किया जाए.