नई दिल्ली: भारत ने म्यांमार के साथ अवैध सीमा पार आंदोलनों, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराध के मुद्दों को उठाया है. भारत के रक्षा सचिव गिरिधर अरमने (defence secretary Giridhar Aramane) ने अपनी दो दिवसीय म्यांमार यात्रा के दौरान प्यी ताव में राज्य प्रशासनिक परिषद के अध्यक्ष, वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की. रक्षा सचिव ने म्यांमार के रक्षा मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) म्या तुन ऊ से भी मुलाकात की और म्यांमार नौसेना के कमांडर-इन-चीफ एडमिरल मो आंग और रक्षा उद्योग के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल खान म्यिंट थान के साथ बैठकें कीं.
बता दें कि यह यात्रा भारत की सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत के उत्तर पूर्व में मणिपुर म्यांमार के साथ अपनी सीमा साझा करता है. वहीं मणिपुर में दो महीने से अधिक समय से कुकी और मेइती के बीच जातीय संघर्ष देखा जा रहा है. दूसरी तरफ खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि म्यांमार से आने वाले उग्रवादी स्थिति को और भड़का रहे हैं.
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Defence Secretary Giridhar Aramane paid an official visit to Myanmar from June 30 to July 1. He called on Chairman, State Administrative Council Senior General Min Aung Hlaing in Nay Pyi Taw. The Defence Secretary also called on Defence Minister of Myanmar Gen (Retd.) Mya Tun Oo… pic.twitter.com/q7nIlrW7uO
— ANI (@ANI) July 1, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) July 1, 2023Defence Secretary Giridhar Aramane paid an official visit to Myanmar from June 30 to July 1. He called on Chairman, State Administrative Council Senior General Min Aung Hlaing in Nay Pyi Taw. The Defence Secretary also called on Defence Minister of Myanmar Gen (Retd.) Mya Tun Oo… pic.twitter.com/q7nIlrW7uO
— ANI (@ANI) July 1, 2023
इस यात्रा ने म्यांमार के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ भारत की सुरक्षा से संबंधित मामलों को उठाने का अवसर प्रदान किया. बैठकों के दौरान, दोनों पक्षों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने, अवैध सीमा पार आंदोलनों और मादक पदार्थों की तस्करी तथा अन्य तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की. दोनों पक्षों ने यह सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की कि उनके देश के संबंधित क्षेत्रों में दूसरे देश के विरुद्ध किसी भी शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
भारत म्यांमार के साथ लगभग 1,700 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. उस देश में होने वाले किसी भी घटनाक्रम का सीधा असर भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों पर पड़ता है. इसलिए, म्यांमार में शांति और स्थिरता और वहां के लोगों की भलाई भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.