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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल जकार्ता जाएंगे, कई देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ करेंगे बैठक

भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को जकार्ता जाएंगे. इस दौरान वह आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस में कई देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ विचार-विमर्श करेंगे. Defence Minister Rajnath Singh,ASEAN defense ministers meeting plus

Defence Minister Rajnath Singh
भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 15, 2023, 4:54 PM IST

नई दिल्ली: भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 16 नवंबर को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के लिए रवाना होंगे. वे वहां पर आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेंगे. इस बैठक में चीनी आक्रामकता और अधिकांश दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इस दौरान आसियान देशों के नेता द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. बता दें कि इस बैठक में चीन शामिल नहीं हो रहा है.

वहीं बैठक की मेजबानी एजीएमएम-प्लस का अध्यक्ष होने की वजह से इंडोनेशिया कर रहा है. आसियान आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होता जा रहा है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कई आसियान देश चीन को प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते हैं, इसलिए यह बैठक काफी अहम है. फिलीपींस का चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद रहा है और दूसरी ओर वियतनाम चीन के लिए कड़ी चुनौती रहा है. वहीं वियतनाम को भारत एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखता है और देश के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने पर विचार कर रहा है. भारत के म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, मलेशिया, सिंगापुर और ब्रुनेई जैसे अन्य आसियान देशों के साथ मजबूत और स्थिर संबंध हैं.

आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान राजनाथ सिंह इंडोनेशियाई समकक्ष प्रबोवो सुबिआंतो चीन और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बातचीत क्वाड प्लस पर भी केंद्रित होगी जिसका मतलब है कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अलावा इंडोनेशिया को भी क्वाड समूह में शामिल करने पर जोर दिया जाएगा. हालांकि अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

एडीएमएम-प्लस के मौके पर राजनाथ सिंह भाग लेने वाले देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंधों को और मजबूत करने के लिए रक्षा सहयोग मामलों पर चर्चा करेंगे. आसियान रक्षा मंत्री बैठक आसियान में सर्वोच्च रक्षा सलाहकार और सहकारी तंत्र है. एडीएमएम-प्लस आसियान सदस्य देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम और इसके आठ संवाद साझेदारों भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान के लिए एक मंच है.

भारत 1992 में आसियान का संवाद भागीदार बना और एडीएमएम-प्लस का उद्घाटन 12 अक्टूबर, 2010 को हनोई (वियतनाम) में हुआ था. 2017 से एडीएमएम-प्लस मंत्री आसियान और प्लस देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सालाना बैठक कर रहे हैं. 10वें एडीएमएम-प्लस के दौरान 2024-2 चक्र के लिए सह-अध्यक्षों के अगले सेट की भी घोषणा की जाएगी. बता दें कि 2021-2024 के वर्तमान चक्र में भारत इंडोनेशिया के साथ एचएडीआर पर ईडब्ल्यूजी की सह-अध्यक्षता कर रहा है.

ये भी पढ़ें - 26/11 मुंबई हमले, पठानकोट हमले के दोषियों को न्याय के दायरे में लाया जाए: भारत, अमेरिका

नई दिल्ली: भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 16 नवंबर को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के लिए रवाना होंगे. वे वहां पर आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेंगे. इस बैठक में चीनी आक्रामकता और अधिकांश दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. इस दौरान आसियान देशों के नेता द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. बता दें कि इस बैठक में चीन शामिल नहीं हो रहा है.

वहीं बैठक की मेजबानी एजीएमएम-प्लस का अध्यक्ष होने की वजह से इंडोनेशिया कर रहा है. आसियान आर्थिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होता जा रहा है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कई आसियान देश चीन को प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखते हैं, इसलिए यह बैठक काफी अहम है. फिलीपींस का चीन के साथ क्षेत्रीय विवाद रहा है और दूसरी ओर वियतनाम चीन के लिए कड़ी चुनौती रहा है. वहीं वियतनाम को भारत एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखता है और देश के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने पर विचार कर रहा है. भारत के म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, मलेशिया, सिंगापुर और ब्रुनेई जैसे अन्य आसियान देशों के साथ मजबूत और स्थिर संबंध हैं.

आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान राजनाथ सिंह इंडोनेशियाई समकक्ष प्रबोवो सुबिआंतो चीन और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे. बातचीत क्वाड प्लस पर भी केंद्रित होगी जिसका मतलब है कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के अलावा इंडोनेशिया को भी क्वाड समूह में शामिल करने पर जोर दिया जाएगा. हालांकि अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

एडीएमएम-प्लस के मौके पर राजनाथ सिंह भाग लेने वाले देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंधों को और मजबूत करने के लिए रक्षा सहयोग मामलों पर चर्चा करेंगे. आसियान रक्षा मंत्री बैठक आसियान में सर्वोच्च रक्षा सलाहकार और सहकारी तंत्र है. एडीएमएम-प्लस आसियान सदस्य देशों में ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम और इसके आठ संवाद साझेदारों भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान के लिए एक मंच है.

भारत 1992 में आसियान का संवाद भागीदार बना और एडीएमएम-प्लस का उद्घाटन 12 अक्टूबर, 2010 को हनोई (वियतनाम) में हुआ था. 2017 से एडीएमएम-प्लस मंत्री आसियान और प्लस देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सालाना बैठक कर रहे हैं. 10वें एडीएमएम-प्लस के दौरान 2024-2 चक्र के लिए सह-अध्यक्षों के अगले सेट की भी घोषणा की जाएगी. बता दें कि 2021-2024 के वर्तमान चक्र में भारत इंडोनेशिया के साथ एचएडीआर पर ईडब्ल्यूजी की सह-अध्यक्षता कर रहा है.

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