नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन गेंट्ज के साथ व्यापक स्तर पर बातचीत की, जिसमें उभरते हुए क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य और द्विपक्षीय गठजोड़ को और मजबूत करने पर चर्चा की गई. दोनों पक्षों ने एक 'विजन स्टेटमेंट' अपनाते हुए रक्षा तथा सैन्य सहयोग को विस्तार देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. अधिकारियों ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने सैन्य उपकरणों के सह-विकास और सह-उत्पादन पर बातचीत की. उन्होंने कहा कि इस दौरान भारत-इजराइल के बीच की रणनीतिक साझेदारी के अलावा यूक्रेन संकट समेत भूराजनैतिक माहौल पर भी विमर्श किया गया. सिंह ने गेंट्ज के साथ हुई बातचीत को 'लाभप्रद' करार दिया.
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Warm and productive meeting with the Defence Minister of Israel, Mr. Benjamin Gantz in New Delhi.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 2, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Discussed key issues pertaining to defence cooperation and global & regional scenarios during the bilateral meeting. We place great value on our Strategic Partnership with Israel. pic.twitter.com/83b92V97MT
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Discussed key issues pertaining to defence cooperation and global & regional scenarios during the bilateral meeting. We place great value on our Strategic Partnership with Israel. pic.twitter.com/83b92V97MT
उन्होंने ट्वीट किया, 'द्विपक्षीय बैठक के दौरान, रक्षा सहयोग और वैश्विक तथा क्षेत्रीय परिदृश्य के अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. इजराइल के साथ हमारी गहरी रणनीतिक साझेदारी है.'उन्होंने कहा, 'दोनों देशों ने एक 'विजन स्टेटमेंट' को अपनाया है जिसके माध्यम से भविष्य में रक्षा सहयोग का मार्ग प्रशस्त होगा. द्विपक्षीय रणनीतिक और रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर दोनों देशों के बीच सहमति है.' अधिकारियों ने कहा कि बैठक के दौरान खाड़ी क्षेत्र की स्थिति पर भी चर्चा हुई. इससे पहले गेंट्ज ने राष्ट्र्रीय समर स्मारक पर, वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी.
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बता दें कि भारत इजराइल के सैन्य हार्डवेयर का प्रमुख खरीदार रहा है. पिछले कुछ वर्षों से इजराइल भारत को विभिन्न हथियार प्रणालियों, मिसाइलों और मानव रहित हवाई वाहनों की आपूर्ति कर रहा है. हालांकि यह लेन-देन काफी हद तक पर्दे के पीछे रहा है. इसके साथ ही भारत ने पिछले कुछ वर्षों में इजराइल से स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सहित कई हथियार और गोला-बारूद खरीदे हैं.
इससे पहले मार्च के अंत में गैंट्ज की भारत की निर्धारित यात्रा 'कुछ अपरिहार्य कारणों' के चलते स्थगित कर दी गई थी, जबकि अप्रैल की शुरुआत में होने वाले इजराइली प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की यात्रा को उनके कोरोना पॉजिटिव होने के बाद स्थगित कर दिया गया था. वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 17-21 अक्टूबर 2021 इजराइल की आधिकारिक यात्रा की थी. वर्ष 2022 भारत और इज़राइल के बीच राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने का प्रतीक है.