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दाऊद इब्राहिम के करीबियों के खिलाफ कार्रवाई, दाे दिन पहले दिल्ली में बनी थी छापेमारी की योजना

डी कंपनी के संदिग्ध सहयोगियों के परिसरों में सोमवार को हुई छापेमारी की योजना केंद्रीय गृह मंत्रालय में शनिवार को ही बना ली गई थी. इसी क्रम में छापेमारी के बाद दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगियों को हिरासत में लिया गया है. पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट...

National Investigation Agency (NIA)
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)
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Published : May 9, 2022, 10:47 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय में एनआईए, आईबी, ईडी, आईटी के शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को ही मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के संदिग्ध सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी करने का फैसला ले लिया गया था. इसी योजना के मुताबिक सोमवार को एनआईए ने मुंबई कमिश्नरेट में 24 स्थानों पर और मीरा रोड भयंदर कमिश्नरेट में पांच स्थानों पर छापेमारी की और दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगियों को हिरासत में लिया.

एनआईए ने दिन में तलाशी अभियान के बाद कहा कि यह मामला दाऊद इब्राहिम कासकर और हाजी अनीस, शकील शेख, जावेद पटेल और टाइगर मेमन सहित डी कंपनी के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क और आपराधिक गतिविधियों से संबंधित है. एनआईए ने कहा कि अपराधियों पर हथियारों की तस्करी, आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा नकली भारतीय नोटों को चलाने का मामला दर्ज है. इसके अलावा यह मामला आतंकी फंड जुटाने और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश ए मोहम्मद (जेएम) और अल कायदा (एक्यू) सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के साथ सक्रिय सहयोग में काम करने के लिए प्रमुख संपत्तियों के अनधिकृत कब्जे से भी संबंधित है.

एनआईए ने कहा, दाऊद इब्राहिम के परिसरों में आज की गई तलाशी के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, अचल संपत्ति में निवेश के दस्तावेज, नकदी और आग्नेयास्त्रों सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई. वहीं गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जनवरी के अंत और फरवरी की शुरुआत में भारत में विशेष रूप से मुंबई में डी कंपनी की सभी गतिविधियों को जब्त करने का निर्णय लिया गया था.

अधिकारी ने कहा, एनआईए को डी कंपनी के खिलाफ अभियान चलाने का काम सौंपा गया था, जबकि अन्य सभी केंद्रीय एजेंसियां ​​एनआईए का सपोर्ट करेंगी. उन्होंने बताया कि एनआईए को डी कंपनी और उसके सहयोगियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज करने के लिए भी कहा गया है.

ये भी पढ़ें - NIA की बड़ी कार्रवाई, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी

एनआईए को दिए अपने निर्देश में गृह मंत्रालय ने जांच एजेंसी से टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और एफआईसीएन कारोबार की जांच करने के लिए कहा है. MHA ने कहा है कि डी कंपनी लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद ,अल कायदा जैसे अन्य आतंकी समूहों के साथ मिलकर भारत में आतंक पैदा कर रही है. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल के दिनों में दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय में एनआईए, आईबी, ईडी, आईटी के शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को ही मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के संदिग्ध सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी करने का फैसला ले लिया गया था. इसी योजना के मुताबिक सोमवार को एनआईए ने मुंबई कमिश्नरेट में 24 स्थानों पर और मीरा रोड भयंदर कमिश्नरेट में पांच स्थानों पर छापेमारी की और दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगियों को हिरासत में लिया.

एनआईए ने दिन में तलाशी अभियान के बाद कहा कि यह मामला दाऊद इब्राहिम कासकर और हाजी अनीस, शकील शेख, जावेद पटेल और टाइगर मेमन सहित डी कंपनी के अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क और आपराधिक गतिविधियों से संबंधित है. एनआईए ने कहा कि अपराधियों पर हथियारों की तस्करी, आतंकवाद, मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा नकली भारतीय नोटों को चलाने का मामला दर्ज है. इसके अलावा यह मामला आतंकी फंड जुटाने और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश ए मोहम्मद (जेएम) और अल कायदा (एक्यू) सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के साथ सक्रिय सहयोग में काम करने के लिए प्रमुख संपत्तियों के अनधिकृत कब्जे से भी संबंधित है.

एनआईए ने कहा, दाऊद इब्राहिम के परिसरों में आज की गई तलाशी के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, अचल संपत्ति में निवेश के दस्तावेज, नकदी और आग्नेयास्त्रों सहित कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई. वहीं गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जनवरी के अंत और फरवरी की शुरुआत में भारत में विशेष रूप से मुंबई में डी कंपनी की सभी गतिविधियों को जब्त करने का निर्णय लिया गया था.

अधिकारी ने कहा, एनआईए को डी कंपनी के खिलाफ अभियान चलाने का काम सौंपा गया था, जबकि अन्य सभी केंद्रीय एजेंसियां ​​एनआईए का सपोर्ट करेंगी. उन्होंने बताया कि एनआईए को डी कंपनी और उसके सहयोगियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज करने के लिए भी कहा गया है.

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एनआईए को दिए अपने निर्देश में गृह मंत्रालय ने जांच एजेंसी से टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और एफआईसीएन कारोबार की जांच करने के लिए कहा है. MHA ने कहा है कि डी कंपनी लश्कर-ए-तैयबा, जैश ए मोहम्मद ,अल कायदा जैसे अन्य आतंकी समूहों के साथ मिलकर भारत में आतंक पैदा कर रही है. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल के दिनों में दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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