कोलकाता: कोलकाता के बेलघरिया में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक बंद घर से दो शव बरामद किए हैं. पुलिस के मुताबिक एक शव सड़ी-गली हालत में बरामद किया गया, जबकि घर के बगल से एक मानव कंकाल बरामद किया गया है. यह घटना ईस्ट बेलघरिया सेकेंड लेन की है. दरअसल, बड़े भाई ने अपने भाई के शव को तब तक अपने पास रखा जब तक उसकी भी मौत नहीं हो गई. पुलिस ने रविवार की रात घर से भाई का कंकाल और दादा (बड़े भाई) का शव बरामद किया है.
पुलिस को स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि एक घर से बदबू आ रही है और 5-6 दिन से घर से कोई बाहर नहीं निकला है. इस सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बीरेंद्र कुमार डे (66) का शव सड़ी-गली हालत में बरामद किया. बीरेंद्र कुमार डे बिजली विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी थे. पुलिस ने घर से ही एक कंकाल बरामद किया. पुलिस और स्थानीय लोगों का मानना है कि यह उसका भाई धीरेंद्र कुमार डे (63) है.
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, दोनों को मानसिक परेशानी थी. कई दिनों तक घर से किसी ने संपर्क नहीं किया, इसलिए घर वालों को संदेह हुआ उन्होंने स्थानीय निमता पुलिस स्टेशन को सूचित किया. घटना की खबर सुनते ही निमता पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. पुलिस का शुरुआती अनुमान है कि भाई की मौत 5-6 महीने पहले हुई होगी. दादा, कंकाल के पास बैठे थे.
घर में किसी के नजर नहीं आने पर स्थानीय लोग मामले को लेकर सक्रिय हो गये. आज पूरा मामला सामने आ गया. पुलिस और स्थानीय लोगों के मुताबिक बीरेंद्र कुमार डे चार भाई थे. हर किसी को मानसिक परेशानी हो थी. दो भाइयों की पहले ही मौत हो चुकी है. एक बहन है. वह शादीशुदा है. पड़ोसियों ने बताया कि वे फिलहाल चाबियां घर में ही रखेंगे. बाद में घर का कोई परिजन आएगा, तो चाबी दे देंगे. हालांकि, इस घटना से पड़ोसी दहशत में हैं.
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बता दें, साल 2015 में कोलकाता का संभ्रांत इलाका रॉबिन्सन स्ट्रीट ऐसी ही एक घटना से प्रभावित हुआ था. डे परिवार 3 रॉबिन्सन स्ट्रीट पर रहता था. घर के मालिक ने आत्महत्या कर ली. तब पता चला कि उनकी बेटी देवयानी की कुछ महीने पहले मौत हो गई है. उनके शव पर बेटा पार्थ बैठा हुआ था. घर से देवयानी का कंकाल बरामद हुआ था. पार्थर का लंबे समय तक मनोरोग उपचार चला. बाद में उन्होंने भी आत्महत्या कर ली. इस घटना को रॉबिन्सन स्ट्रीट घटना के नाम से जाना जाता है.