मुंबई: वेब सीरीज के (45) एक सहायक निर्देशक को सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो फैलाने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया गया और जबरन वसूली की गई है. यह घटना मलाड में हुई और 11 दिसंबर को मालवणी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. खास बात यह है कि निर्देशक की महिला से मुलाकात एक डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी. वेब सीरीज के असिस्टेंट डायरेक्टर को वीडियो चैट के दौरान रिकॉर्ड किए गए अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया गया और रंगदारी मांगी गई है.
मालवणी पुलिस ने सहायक निदेशक की शिकायत के आधार पर चार लोगों के खिलाफ सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं और जबरन वसूली की धमकी देने का मामला दर्ज किया है. मालवणी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चिमाजी अधव ने इस बारे में बताया कि वे साइबर पुलिस की मदद से जांच कर रहे हैं. जांच शिकायतकर्ता अपनी बहन के साथ मलाड के मार्वे रोड इलाके में रहता है जो वेब सीरीज के लिए सहायक निर्देशक हैं और उसकी बहन कहानी लेखिका है.
उन्होंने अब तक कई वेब सीरीज में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया है. उन्होंने आगे बताया कि उसका न्यूड वीडियो रिकॉर्ड किया था. पिछले हफ्ते एक महिला ने एक मोबाइल पर एक डेटिंग ऐप डाउनलोड किया था. इसी ऐप के जरिए उसकी मुलाकात एक महिला से हुई. इस महिला से जान-पहचान होने के बाद ये दोनों चैट के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे. वीडियो कॉल के दौरान महिला ने पुरुष से अपने सारे कपड़े उतारने को कहा. तो असिस्टेंट डायरेक्टर ने सारे कपड़े उतार दिए. इस दौरान उसने वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर ली.
वीडियो वायरल करने की धमकी:
कुछ देर चैटिंग के बाद इन दोनों ने अगले दिन मिलने का फैसला किया. अगले दिन उसे एक अज्ञात मोबाइल फोन से मैसेज आया. इसमें उसने उक्त महिला के साथ अश्लील वीडियो भेजे थे. उस वीडियो को डिलीट करने के लिए उसने एक बैंक अकाउंट नंबर दिया था. इस खाते में 75 हजार रुपये ट्रांसफर किये गये अन्यथा उसके अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी गयी. अंतत: पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई.
वहीं, बदनामी के डर से पीड़ित निदेशक ने अज्ञात व्यक्ति के बैंक खाते में 35 हजार रुपये भेज दिये. लेकिन इतनी रकम देने के बाद भी वह अलग-अलग मोबाइल फोन से उन्हें ब्लैकमेल कर धमकी दे रही थी. इसलिए उन्होंने मालवणी पुलिस को घटना के बारे में बताया और चारों आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इस शिकायत के बाद पुलिस ने चारों के खिलाफ जबरन वसूली की धमकी और सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.