दतिया। वर्तमान दौर में लड़के और लड़की दोनों में शादी को लेकर एक अलग क्रेज है. हर कोई अपनी शादी को अलग बनाना चाहता है तो कोई डिस्टीनेशन वेडिंग करना चाहता है, लेकिन ऐसे भी कुछ लोग होते हैं, जिन्हें शादी की इतनी जल्दी होती है कि वे वक्त और हालात को भी ध्यान में नहीं रखते. ऐसा ही एक अलग कारनामा दतिया से सामने आया है. जहां बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया. शादी के लिए जा रहा ट्रक हादसे का शिकार गया. घटना में 5 लोगों की मौत हो गई. जबकि करीब 36 लोग घायल हो गए. हद तो तब हो गई, जब इस हादसे को दरकिनार कर दूल्हा-दुल्हन ने मंदिर में सात फेरे लिए.
दर्दनाक हादसे के बाद भी वर-वधु ने लिए फेरे: मध्यप्रदेश के दतिया के ग्राम बोहारा में हुए दर्दनाक सड़क हादसे के बाद दतिया स्थित प्राचीन रामलला मंदिर में दूल्हा-दुल्हन ने शादी की. पहले यह शादी टीकमगढ़ के जतारा में होना थी, लेकिन वह दतिया के रामलला मंदिर में संपन्न हुई. दर्दनाक हादसा होने की वजह से कन्या पक्ष और वर पक्ष के लोग सीमित संख्या में ही मौजूद रहे. जहां दूल्हा और दुल्हन ने हिंदू परंपरा और रीति रिवाज से शादी की.
दतिया हादसे में 5 की मौत: बता दें ट्रक में सवार होकर कन्या पक्ष के लोग शादी संपन्न कराने टीकमगढ़ के जतारा जा रहे थे. तभी बुहारा गांव के पास निर्माणाधीन पुल से ट्रक अनियंत्रित होकर नदी में पलट गया. हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई. जबकि करीब 36 लोग घायल हो गए. हादसे की सूचना मिलने पर प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा और तुरंत राहत व बचाव कार्य शुरु किया. घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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जिंदगी से बढ़कर शादी: जानकारी के मुताबिक हादसे का शिकार हुए सभी लोग कन्या पक्ष के हैं. लड़की को अपने साथ लेकर उसकी शादी के लिए सभी लोग जा रहे थे, लेकिन शादी की खुशियां मातम में बदल गईं. बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार होने के चलते ट्रक का एक्सीडेंट हुआ है. हादसे पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी दुख जताया है. गृह मंत्री ने अधिकारी से बात कर तुरंत बचाव कार्य के निर्देश दिए थे. जिनका एक्सीडेंट हुआ वे खटीक समाज के लोग बताए जा रहे हैं. एक तरफ जहां इतना बड़ा हादसा हुआ, शादी की खुशिया मातम में बदल गई. पांच लोगों की मौत हो गई, जिसमें तीन बच्चे भी हैं और कई लोग घायल हो गए. इसके बाद भी दूल्हा और दुल्हन दोनों के परिवार ने शादी की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया और मंदिर में शादी की.