ETV Bharat / bharat

Biranpur bemetara violence : बेमेतरा में काबू में हालात, हिंसा में मारे गए युवक का हुआ दशगात्र, बिरनपुर में सुरक्षा सख्त ! - बिरनपुर हिंसा के शिकार भुनेश्वर का दशगात्र

बिरनपुर गांव में पुलिस ने हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू का दशगात्र कड़ी सुरक्षा के बीच कराया.इस दौरान पूरे गांव में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. 8 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच यहां हालात काफी बिगड़े थे. लेकिन अभी स्थिति कंट्रोल में है. Biranpur violence

Biranpur bemetara violence
बिरनपुर हिंसा
author img

By

Published : Apr 15, 2023, 4:31 PM IST

Biranpur bemetara violence
बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू का दशगात्र कार्यक्रम

बेमेतरा: बिरनपुर हिंसा में मारे गए युवक भुनेश्वर साहू का गांव में दशगात्र संपन्न हुआ. इस दौरान पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.गांव में सुरक्षा के लिहाज से 1200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा और कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा खुद मौके पर मुस्तैद दिखाई दिए.

हिंसा के बाद बिगड़ा था माहौल : बिरनपुर हिंसा में 8 अप्रैल को गांव के 22 वर्षीय युवक भुनेश्वर साहू की मौत हो गई थी. यहां दो बच्चों के बीच साइकिल से गिरने को लेकर विवाद हुआ था. इस झगड़े में एक शख्स ने एक बच्चे के साथ मारपीट कर दी. जिससे दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया. इसी झड़प में भुनेश्वर साहू की मौत हो गई. इस घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदूवादी संगठनों ने 10 अपैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था.

विश्व हिंदू परिषद के बंद का बड़ा असर देखने को मिला था. 10 अप्रैल को इस बंद के दौरान बिरनपुर गांव के एक घर में आगजनी हुई. जिसमें सिलेंडर ब्लास्ट हो गया था. इस घटना में पुलिस अधिकारी और अन्य लोग बाल बाल बच गए थे. 11 अप्रैल को बिरनपुर गांव के एक खेत से दो लोगों की लाश मिली थी. इस तरह से बेमेतरा में लगातार बवाल देखने को मिला. बेमेतरा हिंसा केस में पुलिस ने पांच लोगों को 14 अप्रैल को गिरफ्तार किया. ये सभी लोग 10 अप्रैल को हुए बवाल में शामिल बताए जा रहे हैं.

वहीं शनिवार को भुनेश्वर साहू के दशगात्र कार्यक्रम का आयोजन उनके परिजनों ने किया. किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसे लेकर प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद नजर आ रहा है. गांव में 12 पुलिस जवान की तैनाती में दशगात्र कार्यक्रम संपन्न कराया गया है. दशगात्र कार्यक्रम को लेकर बेमेतरा के बिरनपुर में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके.

ये भी पढ़ें- बिरनपुर में मारे गए पिता पुत्र के बारे में बताने वालों को मिलेगा इनाम

पुलिस की चप्पे-चप्पे पर नजर : बेमेतरा में बिरनपुर हिंसा के बाद से बेमेतरा जिला प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है. गांव में अलर्ट है. साथ ही प्रशासन ने 144 धारा लागू की है.गांव में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. आपको बता दें कि, बिरनपुर में दो बच्चों से उपजे विवाद ने सांप्रदायिक रूप ले लिया था. जिसमें 22 वर्षीय युवक भुनेश्वर साहू की मौत हो गयी थी. जिसके विरोध में दूसरे दिन छत्तीसगढ़ बंद था. वहीं तीसरे दिन इसी गांव की सीमा में बाप बेटों का शव मिला था.तब से पुलिस ने स्थिति को संभाला.

Biranpur bemetara violence
बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू का दशगात्र कार्यक्रम

बेमेतरा: बिरनपुर हिंसा में मारे गए युवक भुनेश्वर साहू का गांव में दशगात्र संपन्न हुआ. इस दौरान पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.गांव में सुरक्षा के लिहाज से 1200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा और कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा खुद मौके पर मुस्तैद दिखाई दिए.

हिंसा के बाद बिगड़ा था माहौल : बिरनपुर हिंसा में 8 अप्रैल को गांव के 22 वर्षीय युवक भुनेश्वर साहू की मौत हो गई थी. यहां दो बच्चों के बीच साइकिल से गिरने को लेकर विवाद हुआ था. इस झगड़े में एक शख्स ने एक बच्चे के साथ मारपीट कर दी. जिससे दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया. इसी झड़प में भुनेश्वर साहू की मौत हो गई. इस घटना के विरोध में विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदूवादी संगठनों ने 10 अपैल को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया था.

विश्व हिंदू परिषद के बंद का बड़ा असर देखने को मिला था. 10 अप्रैल को इस बंद के दौरान बिरनपुर गांव के एक घर में आगजनी हुई. जिसमें सिलेंडर ब्लास्ट हो गया था. इस घटना में पुलिस अधिकारी और अन्य लोग बाल बाल बच गए थे. 11 अप्रैल को बिरनपुर गांव के एक खेत से दो लोगों की लाश मिली थी. इस तरह से बेमेतरा में लगातार बवाल देखने को मिला. बेमेतरा हिंसा केस में पुलिस ने पांच लोगों को 14 अप्रैल को गिरफ्तार किया. ये सभी लोग 10 अप्रैल को हुए बवाल में शामिल बताए जा रहे हैं.

वहीं शनिवार को भुनेश्वर साहू के दशगात्र कार्यक्रम का आयोजन उनके परिजनों ने किया. किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसे लेकर प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद नजर आ रहा है. गांव में 12 पुलिस जवान की तैनाती में दशगात्र कार्यक्रम संपन्न कराया गया है. दशगात्र कार्यक्रम को लेकर बेमेतरा के बिरनपुर में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके.

ये भी पढ़ें- बिरनपुर में मारे गए पिता पुत्र के बारे में बताने वालों को मिलेगा इनाम

पुलिस की चप्पे-चप्पे पर नजर : बेमेतरा में बिरनपुर हिंसा के बाद से बेमेतरा जिला प्रशासन पूरी तरीके से मुस्तैद है. गांव में अलर्ट है. साथ ही प्रशासन ने 144 धारा लागू की है.गांव में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. आपको बता दें कि, बिरनपुर में दो बच्चों से उपजे विवाद ने सांप्रदायिक रूप ले लिया था. जिसमें 22 वर्षीय युवक भुनेश्वर साहू की मौत हो गयी थी. जिसके विरोध में दूसरे दिन छत्तीसगढ़ बंद था. वहीं तीसरे दिन इसी गांव की सीमा में बाप बेटों का शव मिला था.तब से पुलिस ने स्थिति को संभाला.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.