ETV Bharat / bharat

दरभंगा ब्लास्ट में अब तक कुल 3 गिरफ्तारी, कई राज्यों में चल रही छापेमारी

दरभंगा रेलवे स्टेशन पर बीते 17 जून को हुए ब्लास्ट मामले में अब तक कुल 3 बड़ी गिरफ्तारी हुई है. यूपी एटीएस ने दो, तो वहीं तेलंगाना एटीएस एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. यहां जानें पल-पल के अपडेट्स...

parcel blast case
parcel blast case
author img

By

Published : Jun 25, 2021, 1:13 PM IST

Updated : Jun 25, 2021, 3:44 PM IST

पटना : बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच में कई एजेंसियां जुटी है. कई राज्यों की पुलिस, एटीएस और एसटीएफ लगातार छापेमारी और कार्रवाई कर रही है. जांच की कड़ी में एनआईए (National Investigation Agency)की टीम आज दरभंगा स्टेशन पहुंचकर मामले की जांच करेगी.

लाइव अपडेट्स...

  • दरभंगा पहुंची एनआईए की टीम
  • जांच में लापरवाही बरतने का आरोप में सिकंदराबाद जीआरपी इंस्पेक्टर का तबादला.
  • सिकंदराबाद डीएसपी चंद्रभानू को एनआईए ने किया तलब, जानकारी लेकर शुरू की जांच
  • मामले में अब तक कुल 3 गिरफ्तारी हुई है. दो संदिग्धों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है, वहीं एक संदिग्ध को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया है.
  • तेलंगाना एटीएस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार शख्स ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम कर रहा था. फिलहाल एटीएस की टीम उससे पूछताछ कर रही है.
  • यूपी एटीएस ने पार्सल पर लिखे गए मोबाइल नंबर के आधार पर शामली से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार दोनों संदिग्ध पिता-पुत्र बताए जाते हैं.
  • एनआईए की टीम आज दरभंगा स्टेशन पहुंचकर मामले की तफ्तीश करेगी.
    दरभंगा पहुंची एनआईए की टीम

पार्सल पर मिले नंबर के आधार पर हुई कार्रवाई
बता दें कि सिकंदराबाद (Secunderabad) से दरभंगा भेजे गए पार्सल (Parcel) पर लिखा मोबाइल नंबर शामली के कैराना कस्बे के इसी युवक का था. दोनों संदिग्धों से कैराना थाने में पूछताछ चल रही है. गिरफ्तार संदिग्धों के नाम हाजी कासिम और कफील बताये जाते हैं. ये रिश्ते में पिता-पुत्र हैं.

आज दरभंगा स्टेशन पर जांच करेगी टीम
सूत्रों के मुताबिक, दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है. दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट मामले में गुरुवार की दोपहर आदेश जारी कर दिया गया था. गृह मंत्रालय का आदेश मिलते ही एनआईए (NIA) की टीम ने मामले की जांच अपने जिम्मे लेनी की कार्रवाई शुरू कर दी. शुक्रवार को एनआईए की टीम दरभंगा पहुंचेगी. इसके बाद जीआरपी (GRPF) से एफआईआर ( FIR) की कॉपी समेत जांच से जुड़े अब तक के दस्तावेज लेगी.

जानकारी देते संवाददाता

तेलंगाना और यूपी में हिरासत में लिए गए हैं संदिग्ध
अब तक पार्सल ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) लगी थी. बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक-दूसरे के इनपुट पर कार्रवाई कर रही थी. वहीं, दरभंगा जीआरपी की एक टीम को छानबीन के सिलसिले में सिकंदराबाद भेजा गया है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Parcel Blast: CCTV खोलेगा राज, वीडियो में दिख रहे चार लोग कौन हैं?

सूत्रों के मुताबिक, धमाके से जुड़े चार संदिग्धों को तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में हिरासत में लिया गया है. उत्तर प्रदेश के शामली में पिता और पुत्र को हिरासत में लिया गया है. बताया जाता कि इनमें से ही किसी एक की आईडी पर वह सिम लिया गया था, जिसका नंबर पार्सल पर मिला है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

सिकंदराबाद के बाद शामली से जुड़े तार
17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर एक पार्सल में कम क्षमता का धमाका हुआ था. इस धमाके के बाद जांच का दायरा बढ़ता ही चला गया. पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद से दरभंगा भेजा गया था. वहीं, पार्सल पर जो मोबाइल नम्बर लिखा था, वह यूपी के शामली का निकला. जांच आगे बढ़ने के बाद इसके पीछे बड़ी आतंकी वारदात की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पार्सल में धमाके की वजह से यह साजिश अंजाम तक नहीं पहुंच पाई.

शीशी में मिले केमिकल का सैंपल सीएफएसएल भेजा गया
पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी, जिसमें कुछ केमिकल होने की बात सामने आई है. शीशी में कौन सा केमिकल था और उसका इस्तेमाल किन चीज में हो सकता है, इसकी जांच मुजफ्फरपुर एफएसएल कर रही थी. बताया जाता है कि एफएसएल द्वारा सैंपल रेल पुलिस को लौटा दिया गया और उसे जांच के लिए कोलकाता स्थित सीएफएसएल भेजा गया है.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से एक पार्सल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया था. 17 जून को जब पार्सल दरभंगा स्टेशन पर उतारा जा रहा था. तभी प्लेटफॉर्म पर कम क्षमता का एक धमाका हुआ. धमाके की वजह किसी को समझ में नहीं आई. जीआरपी के बाद इसकी जांच में एटीएस और एफएसएल को लगाया गया. पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी. जिसमें कुछ केमिकल रखा गया था. ब्लास्ट इसी केमिकल की वजह से हुआ था.

हालांकि अब तक की जांच में मालूम नहीं चला है कि केमिकल कौन सा था. शीशी और उसके नमूनों की जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजी गई है. ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की एटीएस जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्रवाई देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है. जांच एजेंसियां हिरासत में लिए गए संदिग्धों को लेकर कोई खुलासा करने से बच रही हैं.

आधिकारक सूत्रों ने बताया कि मामले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश और इसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने के चलते जांच का दायरा बढ़ सकता है. इसीलिए ब्लास्ट की जांच का जिम्मा जल्द एनआईए को मिलने की उम्मीद है.

अब तक क्या-क्या हुआ...

  • 17 जून 2021 को दरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से पहुंचे पार्सल में ब्लास्ट हुआ.
  • 18 जून 2021 को एफएसएल की टीम ने दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट मामले में मिले कपड़े और शीशी का अवलोकन किया.
  • 19 जून 2021 को समस्तीपुर कोर्ट के आदेश के बाद एफएसएल लैब मुजफ्फरपुर को पार्सल ब्लास्ट वाले कपड़े और शीशी सुपुर्द की गई.
  • 19 जून 2021 की देर रात दरभंगा जीआरपी सिकंदराबाद जंक्शन पहुंच ब्लास्ट की जांच शुरू की.
  • 19 जून 2021 को ही एटीएस की टीम दरभंगा जंक्शन पहुंच जांच शुरू की.
  • 24 जून 2021 एटीएस की टीम पहुंची पटना.

पटना : बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले की जांच में कई एजेंसियां जुटी है. कई राज्यों की पुलिस, एटीएस और एसटीएफ लगातार छापेमारी और कार्रवाई कर रही है. जांच की कड़ी में एनआईए (National Investigation Agency)की टीम आज दरभंगा स्टेशन पहुंचकर मामले की जांच करेगी.

लाइव अपडेट्स...

  • दरभंगा पहुंची एनआईए की टीम
  • जांच में लापरवाही बरतने का आरोप में सिकंदराबाद जीआरपी इंस्पेक्टर का तबादला.
  • सिकंदराबाद डीएसपी चंद्रभानू को एनआईए ने किया तलब, जानकारी लेकर शुरू की जांच
  • मामले में अब तक कुल 3 गिरफ्तारी हुई है. दो संदिग्धों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है, वहीं एक संदिग्ध को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया है.
  • तेलंगाना एटीएस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार शख्स ISI के लिये हैंडलर के तौर पर काम कर रहा था. फिलहाल एटीएस की टीम उससे पूछताछ कर रही है.
  • यूपी एटीएस ने पार्सल पर लिखे गए मोबाइल नंबर के आधार पर शामली से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार दोनों संदिग्ध पिता-पुत्र बताए जाते हैं.
  • एनआईए की टीम आज दरभंगा स्टेशन पहुंचकर मामले की तफ्तीश करेगी.
    दरभंगा पहुंची एनआईए की टीम

पार्सल पर मिले नंबर के आधार पर हुई कार्रवाई
बता दें कि सिकंदराबाद (Secunderabad) से दरभंगा भेजे गए पार्सल (Parcel) पर लिखा मोबाइल नंबर शामली के कैराना कस्बे के इसी युवक का था. दोनों संदिग्धों से कैराना थाने में पूछताछ चल रही है. गिरफ्तार संदिग्धों के नाम हाजी कासिम और कफील बताये जाते हैं. ये रिश्ते में पिता-पुत्र हैं.

आज दरभंगा स्टेशन पर जांच करेगी टीम
सूत्रों के मुताबिक, दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है. दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट मामले में गुरुवार की दोपहर आदेश जारी कर दिया गया था. गृह मंत्रालय का आदेश मिलते ही एनआईए (NIA) की टीम ने मामले की जांच अपने जिम्मे लेनी की कार्रवाई शुरू कर दी. शुक्रवार को एनआईए की टीम दरभंगा पहुंचेगी. इसके बाद जीआरपी (GRPF) से एफआईआर ( FIR) की कॉपी समेत जांच से जुड़े अब तक के दस्तावेज लेगी.

जानकारी देते संवाददाता

तेलंगाना और यूपी में हिरासत में लिए गए हैं संदिग्ध
अब तक पार्सल ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) लगी थी. बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक-दूसरे के इनपुट पर कार्रवाई कर रही थी. वहीं, दरभंगा जीआरपी की एक टीम को छानबीन के सिलसिले में सिकंदराबाद भेजा गया है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Parcel Blast: CCTV खोलेगा राज, वीडियो में दिख रहे चार लोग कौन हैं?

सूत्रों के मुताबिक, धमाके से जुड़े चार संदिग्धों को तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में हिरासत में लिया गया है. उत्तर प्रदेश के शामली में पिता और पुत्र को हिरासत में लिया गया है. बताया जाता कि इनमें से ही किसी एक की आईडी पर वह सिम लिया गया था, जिसका नंबर पार्सल पर मिला है.

यह भी पढ़ें: Darbhanga Blast: इंडियन मुजाहिदीन का गढ़ रहा है दरभंगा, ब्लास्ट से उठ रहे कई सवाल

सिकंदराबाद के बाद शामली से जुड़े तार
17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर एक पार्सल में कम क्षमता का धमाका हुआ था. इस धमाके के बाद जांच का दायरा बढ़ता ही चला गया. पार्सल तेलंगाना के सिकंदराबाद से दरभंगा भेजा गया था. वहीं, पार्सल पर जो मोबाइल नम्बर लिखा था, वह यूपी के शामली का निकला. जांच आगे बढ़ने के बाद इसके पीछे बड़ी आतंकी वारदात की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, पार्सल में धमाके की वजह से यह साजिश अंजाम तक नहीं पहुंच पाई.

शीशी में मिले केमिकल का सैंपल सीएफएसएल भेजा गया
पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी, जिसमें कुछ केमिकल होने की बात सामने आई है. शीशी में कौन सा केमिकल था और उसका इस्तेमाल किन चीज में हो सकता है, इसकी जांच मुजफ्फरपुर एफएसएल कर रही थी. बताया जाता है कि एफएसएल द्वारा सैंपल रेल पुलिस को लौटा दिया गया और उसे जांच के लिए कोलकाता स्थित सीएफएसएल भेजा गया है.

क्या है पूरा मामला
बता दें कि तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन से एक पार्सल ट्रेन से दरभंगा भेजा गया था. 17 जून को जब पार्सल दरभंगा स्टेशन पर उतारा जा रहा था. तभी प्लेटफॉर्म पर कम क्षमता का एक धमाका हुआ. धमाके की वजह किसी को समझ में नहीं आई. जीआरपी के बाद इसकी जांच में एटीएस और एफएसएल को लगाया गया. पार्सल में कपड़ों के अलावा एक शीशी थी. जिसमें कुछ केमिकल रखा गया था. ब्लास्ट इसी केमिकल की वजह से हुआ था.

हालांकि अब तक की जांच में मालूम नहीं चला है कि केमिकल कौन सा था. शीशी और उसके नमूनों की जांच के लिए एफएसएल हैदराबाद भेजी गई है. ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों की एटीएस जुटी है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. यह कार्रवाई देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई है. जांच एजेंसियां हिरासत में लिए गए संदिग्धों को लेकर कोई खुलासा करने से बच रही हैं.

आधिकारक सूत्रों ने बताया कि मामले के पीछे बड़ी आतंकी साजिश और इसके तार पाकिस्तान से जुड़े होने के चलते जांच का दायरा बढ़ सकता है. इसीलिए ब्लास्ट की जांच का जिम्मा जल्द एनआईए को मिलने की उम्मीद है.

अब तक क्या-क्या हुआ...

  • 17 जून 2021 को दरभंगा जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से पहुंचे पार्सल में ब्लास्ट हुआ.
  • 18 जून 2021 को एफएसएल की टीम ने दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट मामले में मिले कपड़े और शीशी का अवलोकन किया.
  • 19 जून 2021 को समस्तीपुर कोर्ट के आदेश के बाद एफएसएल लैब मुजफ्फरपुर को पार्सल ब्लास्ट वाले कपड़े और शीशी सुपुर्द की गई.
  • 19 जून 2021 की देर रात दरभंगा जीआरपी सिकंदराबाद जंक्शन पहुंच ब्लास्ट की जांच शुरू की.
  • 19 जून 2021 को ही एटीएस की टीम दरभंगा जंक्शन पहुंच जांच शुरू की.
  • 24 जून 2021 एटीएस की टीम पहुंची पटना.
Last Updated : Jun 25, 2021, 3:44 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.