पटना: दरभंगा पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले में आरोपी चारों आतंकियों को गुरुवार को पटना के एनआईए (NIA) कोर्ट में पेश किया गया. पटना के बेऊर जेल (Beur Jail) में बंद आतंकियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया. कोर्ट ने सभी को 20 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में रखने का निर्देश दिया है. इस मामले पर अगली सुनवाई 20 अगस्त को होगी.
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में मास्टरमाइंड हाजी सलीम उर्फ मोहम्मद सलीम सहित चारों आतंकी पटना के बेऊर जेल में बंद हैं. एनआईए इमरान, नासिर और कफिल को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है. तबीयत खराब होने की वजह से मोहम्मद सलीम को जेल के स्पेशल अस्पताल वार्ड में भर्ती किया गया है. एनआईए अदालत से आग्रह कर बेउर जेल में ही उससे पूछताछ कर चुकी है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार चारों आतंकियों से अलग-अलग पूछताछ की गई. एनआईए को पूछताछ के दौरान अहम जानकारी भी प्राप्त हुई है.
बता दें कि दरभंगा रेलवे स्टेशन (Darbhanga Railway Station) पर 17 जून को सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस में कपड़ों के पार्सल का एक बंडल आया था. बंडल को प्लेटफार्म नंबर 4 से कुलियों ने उतारकर प्लेटफार्म नंबर एक पर जैसे ही पटका उसमें ब्लास्ट हो गया था. इस मामले के तार कई आतंकी संगठनों के साथ-साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से भी जुड़ने की बात कही जा रही है. इस मामले में एनआईए ने देश के अलग-अलग स्थानों से कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
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इस मामले में एनआईए ने हैदराबाद से मोहम्मद नासिर खान और इमरान मलिक को 30 जून को गिरफ्तार किया था. उत्तर प्रदेश के शामली से सलीम और कफील को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था. सूत्रों के अनुसार धमाके के लिए आईएसआई से पैसा मिला था. इमरान मलिक और नासिर खान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकवादियों द्वारा देश भर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए रची गई साजिश का हिस्सा थे.
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