चिक्कमगलुरु (कर्नाटक): कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में एक कॉफी बागान में 16 दलितों को कई दिनों तक बंद रखने का आरोप लगाया गया है. बगान मालिक पर गर्भवती महिला से मारपीट का आरोप भी लगा है. आरोप है कि दलित श्रमिकों को बंद करने से संबंधित वीडियो बनाने पर उसने गर्भवती महिला के साथ मारपीट की. स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि एक गर्भवती महिला का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. आरोप है कि बागान के मालिक जगदीश गौड़ा ने उसके साथ मारपीट की है.
पुलिस ने कहा कि इन लोगों ने मालिक से 9 लाख रुपये की राशि उधार ली थी. कर्ज नहीं चुकाने पर उन्हें बंद कर दिया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'आठ अक्टूबर को कुछ लोग बालेहोन्नूर पुलिस थाने आए और आरोप लगाया कि जगदीश गौड़ा उनके रिश्तेदारों को प्रताड़ित कर रहे हैं. लेकिन बाद में उस दिन उन्होंने शिकायत वापस ले ली.'
अधिकारी ने कहा कि अगले दिन महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और चिक्कमगलुरु में पुलिस प्रमुख के पास एक नई शिकायत दर्ज कराई गई. उन्होंने कहा, 'एसपी द्वारा मामला हमारे पास भेजे जाने के बाद हमने प्राथमिकी दर्ज की है.'
घटना बालेहोन्नूर के पास जेनुगड्डे के पुरा गांव में हुई. मारपीट की शिकार महिला अर्पिता का कहना है कि 'कॉफी बागान में काम करने के लिए मजदूरों को मालिक ने नौ लाख रुपये एडवांस दिए थे. अब जब श्रमिकों ने कहा कि वे काम करने के लिए कहीं और जाएंगे, तो उन्होंने पैसे वापस मांगे हैं. यहां तक कि उन्होंने पैसे के निपटान के लिए कुछ समय मांगा लेकिन बागान मालिक ने मारपीट की. मारपीट के बाद उसका गर्भपात हो गया.'
आरोपी के खिलाफ बलेहोन्नूर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. उस पर एससी, एसटी अत्याचार सहित धारा 504, 323, 342 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी जगदीश और तिलक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच की जा रही है.
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