कोयंबटूर : तमिलनाडु के कोयंबटूर में दलित कर्मी को प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. यहां उच्च जाति के एक व्यक्ति ने शुक्रवार को दलित ग्राम सहायक को अपने पैरों पर गिरने के लिए मजबूर किया. बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हो गई थी. जिसके बाद गांव के ही गोपीनाथ (उच्च जाति का व्यक्ति) ने ग्राम सहायक मुथुसामी को प्रताड़ित किया.
दलित समुदाय से आने वाले मुथुसामी कोयंबटूर एक गांव में ग्राम प्रशासनिक अधिकारी (वीएओ) कलैसेल्वी के दफ्तर में उनके सहायक के रूप में कार्य करते हैं. गांव का रहने वाला गोपीनाथ शुक्रवार (6 अगस्त) को अपनी संपत्ति का विवरण सत्यापित करने के लिए कार्यालय आया था. ग्राम प्रशासनिक अधिकारी कलैसेल्वी ने गोपीनाथ को ऑनलाइन आवेदन करने के बाद कार्यालय आने की सलाह दी, लेकिन गोपीनाथ महिला अधिकारी से बहस करने लगा और डराने-धमकाने लगे.
इसी बीच मुथुसामी ने गोपीनाथ को टोका और कहा कि किसी महिला अधिकारी को बुरा-भला कहना उचित नहीं है. इस पर गोपीनाथ भड़क गया और मुथुसामी को ही धमकाने लगा कि नौकरी से निकलवा दूंगा. आरोप है कि जातिसूचक शब्द भी कहे.
नौकरी बचाने के लिए मुथुसामी गोपीनाथ के पैरों पर गिर पड़े और माफी मांगने लगे. गोपीनाथ ने इस दौरान महिला कर्मी को भी धमकी दी कि वह उसे नौकरी से निकलवा देगा.
इस घटना के संबंध में ग्राम प्रशासनिक अधिकारी कलैसेल्वी ने कहना है कि यह कोई जातिगत मुद्दा नहीं है. गोपीनाथ पहली बार वीएओ कार्यालय आए थे, जब गोपीनाथ ने चिल्लाना शुरू किया, तो मुथुसामी ने उन्हें ऐसा करने से मना किया. इसके बाद दोनों के बीच बहस शुरू हो गई. गोपीनाथ उन्हें डराने-धमकाने लगा. इससे घबराकर मुथुसामी गोपीनाथ के पैरों में गिरकर मांफी मांगने लगे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि मुथुसामी इस बारे में शिकायत करने जा रहे हैं या नहीं.
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लेकिन वीडियो में गोपीनाथ यह कहते हुए नजर आ रहा है कि मैंने मुथुसामी को माफ कर दिया था, इसमें मेरी भी गलती है. स्थानीय पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है.