जयपुर : हनुमानगढ़ के पीलीबंगा थाना इलाके के एक गांव में गुरूवार देर शाम को दलित युवक की बेरहमी से की गई हत्या मामले में 11 आरोपियों को नामजद किया गया है, पुलिस ने 4 को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और समाज के लोगों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, 30 लाख के मुआवजे और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़ गए.
एसडीएम और CO रणवीर मीणा ने परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर आज शव का पोस्टमार्टम करवाया. अब दाह संस्कार के लिए परिजनों को शव सौंप दिया गया है. हालांकि परिजनों की ओर से 30 लाख के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने अभी मांगें नहीं मानी हैं, फिलहाल उचित मुआवजे का आश्वासन दिया गया है.
प्रेमपुरा में गुरूवार को क्या हुआ ?
30 वर्षीय दलित जगदीश के साथ बेरहमी से मारपीट का वीडियो वायरल हुआ था. गुरूवार देर शाम प्रेम प्रसंग के मामले में उसे खेत में ले जाकर डंडों और सरियों से पीटा गया था. घटना का वीडियो भी बनाया गया और वायरल भी किया गया. हत्यारों ने शव उसके घर के बाहर फेंक दिया था. सभी आरोपी फरार हो गये थे. हत्या के बाद गांव में सनसनी फैल गई.
शुक्रवार को दर्ज हुआ मुकदमा
शुक्रवार को परिजनों और समाज के लोगों का आक्रोश बढ़ गया. परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़ गये. परिवार की पहली मांग सभी आरोपियों की गिरफ्तारी थी. इसके अलावा 30 लाख का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी की मांग की गई. दलित संगठनों के लोग भी मौके पर जुटने लगे. इस संवेदनशील मामले पर प्रशासन एक्टिव हो गया. 11 नामजद आरोपियों में से 4 को राउंडअप किया गया और बाकी की तलाश में टीमें तैयार कर जगह-जगह छापेमारी की गई.
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आज शनिवार को दो दिन बाद पोस्टमार्टम
परिवार और समाज के लोगों का रोष बढ़ता जा रहा था. परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराने पर अड़े थे. एसडीएम और CO रणवीर मीणा ने परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. समझाने बुझाने की लंबी प्रक्रिया के बाद परिजन शव के पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए. सहमति के बाद पोस्टमार्टम करवाया गया और शव दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. हालांकि परिजनों की ओर से 30 लाख के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने अभी ये मांगें नहीं मानी हैं, फिलहाल उचित मुआवजे का आश्वासन दिया है.
भाजपा का सरकार पर तंज
दलित युवक की हत्या के मामले में राजनीति भी सुर्ख हो चली है. पीलीबंगा विधायक और भाजपा नेता धर्मेंद्र मोची ने राज्य की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलितों की दिन-दहाड़े हत्या हो रही है. उन्होंने राज्य सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया.
ट्वीटर पर #राजस्थान_में_जंगलराज कर रहा ट्रेंड
घटना को लेकर जयपुर से दिल्ली तक इस घटना को लेकर भाजपा नेताओं ने राज्य में गहलोत सरकार और दिल्ली में राहुल-प्रियंका गांधी को घेरना शुरू कर दिया है. हनुमानगढ़ में दलित की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या के बाद हैशटैग राजस्थान में जंगलराज ट्रेंड करने लगा है. भाजपा के नेताओं ने ट्ववीट पर कांग्रेस पार्टी और प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
गौरव भाटिया, भाजपा प्रवक्ता
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ट्वीट करते हुए लिखा- राजस्थान में दलित युवक को पीट-पीटकर मार दिया गया. पहले भी एक दलित युवक की इसी तरह हत्या कर दी गई थी. कांग्रेस शासित राज्यों में मुख्यमंत्रियों की नाक के नीचे ऐसी बर्बरतापूर्ण हत्या हो जाती है और वो इसकी सुध नहीं लेते हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़- भाजपा सांसद
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भाजपा के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा- कांग्रेस शासित राज्यों में मुख्यमंत्रियों की नाक के नीचे ऐसी बर्बरता-पूर्वक हत्या हो जाती है और वो इसकी सुध नहीं लेते हैं. राजस्थान व अन्य कांग्रेस शासित प्रदेशों में दलितों का दमन किया जा रहा है.
सतीश पूनिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, उन्होंने लिखा- दलितों पर अत्याचार में प्रदेश अब शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में आ चुका है. पीलीबंगा के प्रेमपुरा की घटना भी इसी की एक बानगी है. अन्य राज्यों में दलित के रक्षक बनने की नौटंकी बंद करो अशोक गहलोत जी, कभी यहां के दलितों के आंसू पोंछने भी आइए प्रियंका गांधी जी.
राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष
राजेंद्र राठौड़ ने #राजस्थान_में_जंगलराज का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया, उन्होंने लिखा- हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था का एक और निर्मम चेहरा सामने आया है. दलित युवक की पीट-पीट कर हत्या करने की घटना से स्पष्ट है कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह और गहलोत सरकार के नियंत्रण से बाहर हो रही है.