श्रीनगर : तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा (Tibetan spiritual leader Dalai Lama) 14 जुलाई को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख और 15 जुलाई को लद्दाख के दौरे पर रहेंगे. इसी क्रम में वह गुरुवार को जम्मू पहुंचे. हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में अपने निवास से दो वर्षों में बौद्ध नेता की यह पहली यात्रा है. अहिंसा (अहिंसा) और करुणा (करुणा) के प्रतीक तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने बुधवार को 87वां जन्मदिन पहुंचे.
उनके 87वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बधाई देने पर चीन की आलोचना को खारिज करते हुए कहा गया था कि सरकार की नीति दलाई लामा को हमेशा देश के सम्मानित अतिथि के रूप में देखने की रही है. पिछले दो सालों में इन तिब्बती नेता की धर्मशाला के बाहर पहली यात्रा होगा। ऐसी आशंका है कि चीन की खीज और बढ़ सकती है क्योंकि यह यात्रा पूर्वी लद्दाख में टकराव के कई स्थलों पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच हो रही है.
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 87 वर्ष के होने पर दलाई लामा को फोन पर बधाई दी थी. मोदी ने बुधवार को ट्वीट किया था , 'फोन पर दलाई लामा से बात कर उन्हें 87वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. हम उनके लंबे जीवन और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं.' प्रधानमंत्री ने पिछले साल भी दलाई लामा को उनके जन्मदिन पर बधाई दी थी. दलाई लामा के अनुयायियों ने धर्मशाला में उनका जन्मदिन मनाया जहां दलाई लामा निर्वासन में रहते हैं.
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