अमरावती : चक्रवाती तूफान 'जवाद' (Cyclone 'Jawad') आंध्र प्रदेश में टकराने के बाद ओडिशा की ओर बढ़ रहा है, जिसके कल तक पुरी पहुंचने की संभावना है. फिलहाल यह गोपालपुर (ओडिशा) से 320 किमी दक्षिण में, पुरी (ओडिशा) से 390 किमी दक्षिण-पश्चिम और पारादीप (Odisha) की ओर 470 किमी दक्षिण-पश्चिम में है.
इसके धीरे-धीरे कमजोर होने और अगले 12 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. फिर ओडिशा तट के साथ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए 5 दिसंबर दोपहर तक पुरी के पास पहुंचने की संभावना है. इसके बाद यह और कमजोर होगा और ओडिशा तट के साथ-साथ पश्चिम बंगाल तट की ओर से उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है.
4 दिसंबर को श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के एक या दो स्थानों पर उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. आंध्र प्रदेश में शुक्रवार तक जवाद चक्रवात टकराया और तभी से चक्रवाती तूफान ओडिशा की ओर बढ़ रहा है.
जवाद चक्रवात शनिवार की सुबह उत्तरी आंध्र पहुंच गया और वहां से उत्तर की ओर बढ़ गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इसके 5 दिसंबर को दोपहर तक ओडिशा के पुरी में तट को पार करने की उम्मीद है. विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र ने विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है.
राज्य के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के साथ-साथ ओडिशा के गंजम, गजपति, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में अधिकारियों ने शनिवार को रेड अलर्ट जारी किया है. समुद्र तट को पार करते समय 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
आंध्र प्रदेश आपदा प्रबंधन एजेंसी के आयुक्त कन्नबाबू ने कहा कि शुक्रवार की मध्यरात्रि से तट के साथ हवाएं बढ़ने की संभावना है. शनिवार सुबह 80-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान था. तूफान के कारण 95 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार ओडिशा के विशेष सहायता आयुक्त पीके जेना ने कहा कि चक्रवात जवाद रविवार को ओडिशा के पुरी जिले की ओर बढ़ेगा और फिर बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ जाएगा.
एनडीआरएफ की टीमें तैयार
राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (National Disaster Response Force) को अलर्ट कर दिया गया है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल कुमार (NDRF DG Atul Kumar) ने कहा कि सपोर्ट में 64 टीमें तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 46 टीमों को पहले ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल भेजा जा चुका है और अन्य 18 टीमें स्टैंडबाय पर हैं.
अत्यधिक बारिश की संभावना
शुक्रवार की रात भयंकर चक्रवाती तूफान तेज हो गया था. विशाखापत्तनम चक्रवात चेतावनी केंद्र के निदेशक सुनंदा ने कहा कि चक्रवात, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, के उत्तरी तट के जिलों के करीब आने की संभावना है. उन्होंने कहा कि चक्रवात फिर उत्तर-पूर्व की ओर जाएगा. नतीजतन, शनिवार को तट पर मध्यम बारिश की संभावना है.
शुक्रवार को विशाखापत्तनम के रुशिकोंडा बीच पर समुद्र का पानी 200 फीट पीछे चला गया. इससे रेत के टीले और चट्टानें उभर आईं. ITDA PO गोपाल कृष्ण ने चक्रवात के कारण विशाखापत्तनम में सभी पर्यटन स्थलों को 5 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है.
विशेष अधिकारियों की नियुक्ति
श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिले चक्रवात से प्रभावित हो रहे हैं. शुक्रवार दोपहर से बारिश हो रही है. सरकार ने श्रीकाकुलम के लिए अरुण कुमार और विजयनगरम जिलों के लिए कांतिलाल दांडे को विशेष अधिकारी नियुक्त किया है. विशेष अधिकारी अरुण कुमार, डिप्टी सीएम धर्मना कृष्णदास ने अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है.
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किसी की जान नहीं गई : सीएम जगन
आंध्र प्रदेश के सीएम जगन (Andhra Pradesh CM Jagan) ने अधिकारियों को सलाह दी है कि चक्रवात के कारण जानमाल का नुकसान नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलों को राहत कार्यों के लिए 10 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए हैं. शुक्रवार शाम को चक्रवात की स्थिति पर श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम और पूर्व, पश्चिम गोदावरी जिलों के कलेक्टरों और अधिकारियों के साथ बैठक की गई. प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सतर्क कर दिया गया है.