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महाराष्ट्र में 16 मई को बारिश लेकर आएगा चक्रवात

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Published : May 13, 2021, 10:17 PM IST

Updated : May 13, 2021, 10:45 PM IST

अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात की लेकर आएगा, जो 16 मई को महाराष्ट्र सहित कुछ तटीय राज्यों को प्रभावित करेगा. इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.

महाराष्ट्र में 16 मई को बारिश लेकर आएगा चक्रवात
महाराष्ट्र में 16 मई को बारिश लेकर आएगा चक्रवात

मुंबई : अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात की लेकर आएगा, जो 16 मई को महाराष्ट्र सहित कुछ तटीय राज्यों को प्रभावित करेगा. इससे कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, केरल के तटीय भागों, गोवा और कर्नाटक में बारिश होने की संभावना है. इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, हालांकि मुंबई में इसका कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा.

2021 का पहला चक्रवात

यह साल का पहला चक्रवाती तूफान होगा. भारत के मौसम विभाग की वैज्ञानिक शुभांगी भुट्टे के अनुसार, अरब सागर के ऊपर बना निम्न दबाव क्षेत्र 16 मई तक एक चक्रवात के रूप में विकसित हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करेगा.

मछुआरों को चेतावनी

महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के साथ बारिश होने की संभावना है. इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ तेज हवाएं भी चलेंगी. महाराष्ट्र के मध्य भाग में भी बारिश होने की संभावना है. यह बाद में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ एक गंभीर चक्रवात के रूप में विकसित हो सकता है. इसलिए मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है.

जानकारी देते संवाददाता

IMD ने जारी किया पीला अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कुछ तटीय राज्यों को पीला अलर्ट जारी किया है. 15 मई के आसपास दक्षिणी अरब सागर में चक्रवात की संभावना है. इससे केरल और लक्षदीप के कुछ हिस्सों में 14 और 15 मई को बारिश होगी और 15 मई को दक्षिणी कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश होगी.

आईएमडी ने मछुआरों से 12 मई की रात तक समुद्र से वापस लौटने की अपील की थी.

पढ़ें - पश्चिम बंगाल : सीतलकुची के दौरे पर राज्यपाल धनखड़ को दिखाए गए काले झंडे

निसर्ग ने पिछले साल ढाया था कहर

चक्रवात निसर्ग ने पिछले साल 3 जून 2020 को कुछ स्थानों पर लोगों की जान ले ली थी. इसके कारण सैकड़ों परिवारों और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था.

प्रशासन ने समुद्री तटों पर रहने वाले गरीब परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया था और जानमाल के नुकसान से बचा था.

वहीं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मालदीव के आसपास दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में अरब सागर की स्थिति शुक्रवार और शनिवार तक अधिक स्पष्ट होगी.

ईटीवी भारत से बात करते हुए भुज के मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि चक्रवाती तूफान का असर उत्तर, उत्तर-पूर्व में महसूस किया जा सकता है क्योंकि यह मुंबई और गोवा की ओर बढ़ रहा है. 19 मई को कच्छ में चक्रवात का प्रभाव पड़ेगा लेकिन कोई यह अनुमान लगाने में सक्षम होगा कि कच्छ में यह दो दिनों के बाद ही कहां प्रभावित हो सकता है.

चक्रवात पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम

मौसम विभाग चक्रवात के विकास पर कड़ी नजर रखे हुए है क्योंकि उसने पूर्वानुमान लगाया है कि वह 16 मई को अरब सागर में सक्रिय हो सकता है. फिलहाल यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि चक्रवात किस दिशा में जाएगा. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि 19 मई को चक्रवात के गुजरात तट से टकराने की संभावना है.

इसके अलावा मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पठानमथिट्टा जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. वहीं, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर, कासरगोड और मलप्पुरम जिलों में शनिवार के लिए रेड अलर्ट की घोषणा की गई है.

आईएमडी ने यह भी भविष्यवाणी की है कि जिन जिलों में रेड अलर्ट की घोषणा की गई है, वहां 204.4 मिमी तक भारी बारिश होने की संभावना है. लक्षद्वीप में भी अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है.

मुंबई : अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात की लेकर आएगा, जो 16 मई को महाराष्ट्र सहित कुछ तटीय राज्यों को प्रभावित करेगा. इससे कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, केरल के तटीय भागों, गोवा और कर्नाटक में बारिश होने की संभावना है. इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, हालांकि मुंबई में इसका कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा.

2021 का पहला चक्रवात

यह साल का पहला चक्रवाती तूफान होगा. भारत के मौसम विभाग की वैज्ञानिक शुभांगी भुट्टे के अनुसार, अरब सागर के ऊपर बना निम्न दबाव क्षेत्र 16 मई तक एक चक्रवात के रूप में विकसित हो जाएगा. उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करेगा.

मछुआरों को चेतावनी

महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और गोवा के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के साथ बारिश होने की संभावना है. इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ तेज हवाएं भी चलेंगी. महाराष्ट्र के मध्य भाग में भी बारिश होने की संभावना है. यह बाद में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ एक गंभीर चक्रवात के रूप में विकसित हो सकता है. इसलिए मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है.

जानकारी देते संवाददाता

IMD ने जारी किया पीला अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कुछ तटीय राज्यों को पीला अलर्ट जारी किया है. 15 मई के आसपास दक्षिणी अरब सागर में चक्रवात की संभावना है. इससे केरल और लक्षदीप के कुछ हिस्सों में 14 और 15 मई को बारिश होगी और 15 मई को दक्षिणी कर्नाटक और तमिलनाडु में भारी बारिश होगी.

आईएमडी ने मछुआरों से 12 मई की रात तक समुद्र से वापस लौटने की अपील की थी.

पढ़ें - पश्चिम बंगाल : सीतलकुची के दौरे पर राज्यपाल धनखड़ को दिखाए गए काले झंडे

निसर्ग ने पिछले साल ढाया था कहर

चक्रवात निसर्ग ने पिछले साल 3 जून 2020 को कुछ स्थानों पर लोगों की जान ले ली थी. इसके कारण सैकड़ों परिवारों और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था.

प्रशासन ने समुद्री तटों पर रहने वाले गरीब परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया था और जानमाल के नुकसान से बचा था.

वहीं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मालदीव के आसपास दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में अरब सागर की स्थिति शुक्रवार और शनिवार तक अधिक स्पष्ट होगी.

ईटीवी भारत से बात करते हुए भुज के मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि चक्रवाती तूफान का असर उत्तर, उत्तर-पूर्व में महसूस किया जा सकता है क्योंकि यह मुंबई और गोवा की ओर बढ़ रहा है. 19 मई को कच्छ में चक्रवात का प्रभाव पड़ेगा लेकिन कोई यह अनुमान लगाने में सक्षम होगा कि कच्छ में यह दो दिनों के बाद ही कहां प्रभावित हो सकता है.

चक्रवात पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम

मौसम विभाग चक्रवात के विकास पर कड़ी नजर रखे हुए है क्योंकि उसने पूर्वानुमान लगाया है कि वह 16 मई को अरब सागर में सक्रिय हो सकता है. फिलहाल यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि चक्रवात किस दिशा में जाएगा. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि 19 मई को चक्रवात के गुजरात तट से टकराने की संभावना है.

इसके अलावा मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और पठानमथिट्टा जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. वहीं, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर, कासरगोड और मलप्पुरम जिलों में शनिवार के लिए रेड अलर्ट की घोषणा की गई है.

आईएमडी ने यह भी भविष्यवाणी की है कि जिन जिलों में रेड अलर्ट की घोषणा की गई है, वहां 204.4 मिमी तक भारी बारिश होने की संभावना है. लक्षद्वीप में भी अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है.

Last Updated : May 13, 2021, 10:45 PM IST
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