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48 घंटे में आएगा चक्रवात बिपरजॉय, हाई अलर्ट पर गुजरात, पीएम मोदी ने की सीएम से बात - 48 घंटे बाद कहर बरपाएगा चक्रवात बिपरजॉय

गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका है. इस आपदा का सामना करने के लिए प्रशासन की ओर से की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए पीएम मोदी ने बैठक की और गुजरात के सीएम से स्थिति का जायजा लिया.

Etv BharatCyclone Biparjoy update PM Modi talks Gujarat CM Patel Gujarat on high alert
Etv Bharaभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका है.t
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Published : Jun 13, 2023, 7:55 AM IST

Updated : Jun 13, 2023, 12:48 PM IST

चक्रवात बिपरजॉय

अहमदाबाद/नयी दिल्ली: गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात के दौरान गुजरात में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अंदेशा है. आईएमडी के अनुसार बिपरजॉय पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किमी दक्षिण पश्चिम में और जखाऊ बंदरगाह से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है. 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने की आशंका है. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर में चक्रवात 'बिपरजॉय' की तैयारियों से जुड़ी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

  • "Prime Minister Narendra Modi had a telephonic conversation with Gujarat CM Bhupendra Patel regarding the status & preparedness for #CycloneBiparjoy in Gujarat. PM assured to provide all possible help to Gujarat," tweets Gujarat CM Bhupendra Patel

    (file pics) pic.twitter.com/OPgertLEGm

    — ANI (@ANI) June 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की तैयारियों की समीक्षा: इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात 'बिपरजॉय' के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नयी दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है.

  • VSCS (very severe cyclonic storm) #Biparjoy lay centred at 02:30 IST over the Northeast and adjoining east central Arabian Sea about 290 km southwest of Porbandar & 360 km south-southwest of Jakhau Port. To cross Saurashtra & Kutch near Jakhau Port by evening of 15th June: IMD pic.twitter.com/2xko79IXRP

    — ANI (@ANI) June 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात: गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि इस चक्रवात से कोई जनहानि न हो. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दर्जनों टीमों को चक्रवात से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है और लोगों के आवास, भोजन और दवाओं की व्यवस्था की गई है.

इसके अलावा, सेना, नौसेना और भारतीय तट रक्षक को द्वारका के पास तट से दूर तेल खनन जहाज 'की सिंगापुर' से 50 कर्मियों को निकालने के लिए तटरक्षक बल (आईसीजी) के साथ तैयार अवस्था में रखा गया है. आईएमडी ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ पत्तन के पास तट पर पहुंचने का अनुमान है.

गुजरात के द्वारका समुद्र तट
गुजरात के द्वारका समुद्र तट

अधिकारियों ने बताया कि कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों में समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत लगा दिए गए हैं. आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, 'चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है. यह 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात के तट पर पहुंचेगा. इससे पहले 135-145 किमी प्रति घंटा से लेकर 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और बहुत भारी बारिश होगी.'

गुजरात का द्वारका तट
गुजरात का द्वारका तट

1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ सहित अन्य क्षेत्रों में 15-16 जून को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है. अधिकारियों के अनुसार लगभग 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और कच्छ-सौराष्ट्र जिलों में तट से 10 किलोमीटर की दूरी तक बसे गांवों के निवासियों को वहां से हटाने का अभियान मंगलवार को शुरू होगा. पोरबंदर के 31 गांवों से करीब 3,000 लोगों को और देवभूमि द्वारका में करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

गुजरात के कच्छ का जेट्टी पोर्ट
गुजरात के कच्छ का जेट्टी पोर्ट

कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा, 'करीब 3,000 लोगों, खासकर मछुआरे और एक बंदरगाह पर काम करने वाले मजदूरों को कांडला स्थानांतरित कर दिया गया है. समुद्र के पास कुछ झुग्गियों के निवासियों को भी मांडवी स्थानांतरित कर दिया गया है. तट से 10 किमी के दायरे में स्थित गांवों के करीब 23,000 लोगों को मंगलवार को (अस्थायी) आश्रय घरों में ले जाया जाएगा.'

गुजरात के कच्छ का पोर्ट
गुजरात के कच्छ का पोर्ट

हाई अलर्ट पर गुजरात: मौसम विभाग ने एक ट्वीट में कहा, 'सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए चक्रवात अलर्ट... सुबह आज 0830 बजे चक्रवात पोरबंदर से करीब 320 किमी दक्षिण-पश्चिम, देवभूमि द्वारका से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, जखाऊ बंदरगाह से 440 किमी दक्षिण, नलिया से 450 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था। इसके 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाने का अनुमान है.'

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए. बयान के अनुसार मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया.

PM मोदी का नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश: प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्होंने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया. अधिकारियों ने बताया कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी स्कूल एवं कॉलेज 15 जून तक बंद कर दिए गए हैं. इस बीच, दक्षिण और उत्तर गुजरात के तटीय जिलों जैसे वलसाड, गिर सोमनाथ, भावनगर और अमरेली के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह हल्की बारिश हुई.

ये भी पढ़ें- Biparjoy Cyclone: कच्छ के बंदरगाह से सिर्फ 430 किमी दूर बिपरजॉय, 7,000 लोगों को किया गया स्थानांतरित

अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) के दलों को तैयार रखा गया है और प्रशासन सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के संपर्क में है. मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है. केंद्र ने राज्य सरकार को कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी सहित सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है.

कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में भारी बारिश की आशंका: आईएमडी ने 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आसन्न चक्रवात के मद्देनजर, एनडीआरएफ ने एहतियात के तौर पर मुंबई में दो अतिरिक्त दलों को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि अरब सागर में चक्रवात के संभावित प्रभावों से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने चार दलों को गुजरात भेजा है.

केंद्रीयमंत्री सोनोवाल ने बिपरजॉय चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की: केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने उत्तरी अरब सागर में उठे और गुजरात तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात बिपरजॉय से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी. बयान के मुताबिक बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे खतरे वाले इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएं.

तटरक्षक ने गुजरात तट के पास रिग पर काम कर रहे 11 कर्मियों को हेलीकॉप्टर से निकाला: भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने चक्रवात बिपरजॉय के निकट आने के कारण अरब सागर में तेज हवाएं और ऊंची लहरें उठने के बीच गुजरात के द्वारका तट के पास स्थित एक तेल रिग से 11 कर्मियों को हेलीकॉप्टर से निकाला है. अधिकारी ने कहा कि एक आईसीजी के हेलीकॉप्टर ने देवभूमि द्वारका जिले में ओखा तट से लगभग 50 किलोमीटर दूर एक निजी कंपनी के तेल रिग में काम कर रहे 11 कर्मचारियों को निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.

बीएसएफ ने गुजरात में गश्ती नौकाओं के सुरक्षित लंगर डालने का आदेश दिया: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर गुजरात मोर्चे पर अपनी समुद्री इकाई की परिसंपत्तियों को 'सुरक्षित स्थिति' में रखने का आदेश दिया है. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी समुद्री नौकाओं और लगभग एक दर्जन तैरती सीमा चौकियों (छोटे जहाजों) को सुरक्षित लंगर में ले जाया जा रहा है. इन परिसंपत्तियों का उपयोग बीएसएफ द्वारा इस मोर्चे पर समुद्री, क्रीक और दलदली क्षेत्रों में गश्त के लिए किया जाता है. अधिकारी ने कहा कि बल की सीमा इकाइयों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है, यहां तक ​​​​कि बीएसएफ की गुजरात सीमा पर स्थित सभी संरचनाओं के लिए चक्रवात संबंधी सामान्य अलर्ट भी जारी किया गया है.

(एजेंसियां)

चक्रवात बिपरजॉय

अहमदाबाद/नयी दिल्ली: गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुजरात में 15 जून को पहुंचने की आशंका के बीच राज्य में एक विस्तृत निकासी योजना बनाई गई है और प्रशासन ने 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात के दौरान गुजरात में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अंदेशा है. आईएमडी के अनुसार बिपरजॉय पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किमी दक्षिण पश्चिम में और जखाऊ बंदरगाह से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है. 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने की आशंका है. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर में चक्रवात 'बिपरजॉय' की तैयारियों से जुड़ी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे.

  • "Prime Minister Narendra Modi had a telephonic conversation with Gujarat CM Bhupendra Patel regarding the status & preparedness for #CycloneBiparjoy in Gujarat. PM assured to provide all possible help to Gujarat," tweets Gujarat CM Bhupendra Patel

    (file pics) pic.twitter.com/OPgertLEGm

    — ANI (@ANI) June 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की तैयारियों की समीक्षा: इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि बचाव दल चक्रवात 'बिपरजॉय' के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए नयी दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ने की आशंका है.

  • VSCS (very severe cyclonic storm) #Biparjoy lay centred at 02:30 IST over the Northeast and adjoining east central Arabian Sea about 290 km southwest of Porbandar & 360 km south-southwest of Jakhau Port. To cross Saurashtra & Kutch near Jakhau Port by evening of 15th June: IMD pic.twitter.com/2xko79IXRP

    — ANI (@ANI) June 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात: गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि इस चक्रवात से कोई जनहानि न हो. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दर्जनों टीमों को चक्रवात से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है और लोगों के आवास, भोजन और दवाओं की व्यवस्था की गई है.

इसके अलावा, सेना, नौसेना और भारतीय तट रक्षक को द्वारका के पास तट से दूर तेल खनन जहाज 'की सिंगापुर' से 50 कर्मियों को निकालने के लिए तटरक्षक बल (आईसीजी) के साथ तैयार अवस्था में रखा गया है. आईएमडी ने कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ पत्तन के पास तट पर पहुंचने का अनुमान है.

गुजरात के द्वारका समुद्र तट
गुजरात के द्वारका समुद्र तट

अधिकारियों ने बताया कि कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के तटीय जिलों में समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत लगा दिए गए हैं. आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, 'चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है. यह 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात के तट पर पहुंचेगा. इससे पहले 135-145 किमी प्रति घंटा से लेकर 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और बहुत भारी बारिश होगी.'

गुजरात का द्वारका तट
गुजरात का द्वारका तट

1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया: उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ सहित अन्य क्षेत्रों में 15-16 जून को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है. अधिकारियों के अनुसार लगभग 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और कच्छ-सौराष्ट्र जिलों में तट से 10 किलोमीटर की दूरी तक बसे गांवों के निवासियों को वहां से हटाने का अभियान मंगलवार को शुरू होगा. पोरबंदर के 31 गांवों से करीब 3,000 लोगों को और देवभूमि द्वारका में करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

गुजरात के कच्छ का जेट्टी पोर्ट
गुजरात के कच्छ का जेट्टी पोर्ट

कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा, 'करीब 3,000 लोगों, खासकर मछुआरे और एक बंदरगाह पर काम करने वाले मजदूरों को कांडला स्थानांतरित कर दिया गया है. समुद्र के पास कुछ झुग्गियों के निवासियों को भी मांडवी स्थानांतरित कर दिया गया है. तट से 10 किमी के दायरे में स्थित गांवों के करीब 23,000 लोगों को मंगलवार को (अस्थायी) आश्रय घरों में ले जाया जाएगा.'

गुजरात के कच्छ का पोर्ट
गुजरात के कच्छ का पोर्ट

हाई अलर्ट पर गुजरात: मौसम विभाग ने एक ट्वीट में कहा, 'सौराष्ट्र और कच्छ तट के लिए चक्रवात अलर्ट... सुबह आज 0830 बजे चक्रवात पोरबंदर से करीब 320 किमी दक्षिण-पश्चिम, देवभूमि द्वारका से 360 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, जखाऊ बंदरगाह से 440 किमी दक्षिण, नलिया से 450 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित था। इसके 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाने का अनुमान है.'

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए. बयान के अनुसार मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने और किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया.

PM मोदी का नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश: प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्होंने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश दिया. अधिकारियों ने बताया कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी स्कूल एवं कॉलेज 15 जून तक बंद कर दिए गए हैं. इस बीच, दक्षिण और उत्तर गुजरात के तटीय जिलों जैसे वलसाड, गिर सोमनाथ, भावनगर और अमरेली के कुछ हिस्सों में सोमवार सुबह हल्की बारिश हुई.

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अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) के दलों को तैयार रखा गया है और प्रशासन सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के संपर्क में है. मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के 14 जून की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है. केंद्र ने राज्य सरकार को कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी सहित सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों से लोगों को निकालने का निर्देश दिया है.

कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में भारी बारिश की आशंका: आईएमडी ने 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आसन्न चक्रवात के मद्देनजर, एनडीआरएफ ने एहतियात के तौर पर मुंबई में दो अतिरिक्त दलों को तैनात किया है। उन्होंने कहा कि अरब सागर में चक्रवात के संभावित प्रभावों से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने चार दलों को गुजरात भेजा है.

केंद्रीयमंत्री सोनोवाल ने बिपरजॉय चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की: केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने उत्तरी अरब सागर में उठे और गुजरात तट की ओर बढ़ रहे चक्रवात बिपरजॉय से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी. बयान के मुताबिक बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे खतरे वाले इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएं.

तटरक्षक ने गुजरात तट के पास रिग पर काम कर रहे 11 कर्मियों को हेलीकॉप्टर से निकाला: भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने चक्रवात बिपरजॉय के निकट आने के कारण अरब सागर में तेज हवाएं और ऊंची लहरें उठने के बीच गुजरात के द्वारका तट के पास स्थित एक तेल रिग से 11 कर्मियों को हेलीकॉप्टर से निकाला है. अधिकारी ने कहा कि एक आईसीजी के हेलीकॉप्टर ने देवभूमि द्वारका जिले में ओखा तट से लगभग 50 किलोमीटर दूर एक निजी कंपनी के तेल रिग में काम कर रहे 11 कर्मचारियों को निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.

बीएसएफ ने गुजरात में गश्ती नौकाओं के सुरक्षित लंगर डालने का आदेश दिया: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर गुजरात मोर्चे पर अपनी समुद्री इकाई की परिसंपत्तियों को 'सुरक्षित स्थिति' में रखने का आदेश दिया है. बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी समुद्री नौकाओं और लगभग एक दर्जन तैरती सीमा चौकियों (छोटे जहाजों) को सुरक्षित लंगर में ले जाया जा रहा है. इन परिसंपत्तियों का उपयोग बीएसएफ द्वारा इस मोर्चे पर समुद्री, क्रीक और दलदली क्षेत्रों में गश्त के लिए किया जाता है. अधिकारी ने कहा कि बल की सीमा इकाइयों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है, यहां तक ​​​​कि बीएसएफ की गुजरात सीमा पर स्थित सभी संरचनाओं के लिए चक्रवात संबंधी सामान्य अलर्ट भी जारी किया गया है.

(एजेंसियां)

Last Updated : Jun 13, 2023, 12:48 PM IST
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