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Rape case Alwar : नाबालिग से रेप के बाद हैवानियत, 8 डॉक्टरों की टीम कर रही बचाने की जद्दोजहद - 8 डॉक्टरों की टीम कर रही बचाने की जद्दोजहद

राजस्थान के अलवर में मंगलवार रात मूक बधिर व मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म कर उसे ओवरब्रिज पर फेंक दिया. किशोरी का इलाज फिलहाल 8 डॉक्टरों की टीम कर रही है. पीडित बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है, पेरिनियल एरिया में शार्प कट है जहां से ब्लीडिंग हो रही थी. इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर किया जा रहा है. बच्ची के पेट में छेद करके रास्ता बनाया जा रहा ताकि मल बाहर निकाला जा सके. फिलहाल बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है और 6 से 7 महीने बाद फिर हो ऑपरेशन की नौबत आ सकती है.

Rape case Alwar
नाबालिग से रेप
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Published : Jan 12, 2022, 5:51 PM IST

Updated : Jan 12, 2022, 7:56 PM IST

जयपुर : राजस्थान के अलवर में मूक बधिर व मानसिक विक्षिप्त किशोरी से रेप के बाद ओवरब्रिज पर फेंक दिया गया. जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है. जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में 8 चिकित्सकों की टीम किशोरी को बचाने की जद्दोजहद कर रही है. पीड़िता से मिलने महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश भी अस्पताल पहुंचीं.

जयपुर के शिशु रोग अस्पताल जेके लोन में पीड़ित किशोरी का ऑपरेशन किया जा रहा है. आठ डॉक्टरों की टीम बच्ची का ऑपरेशन कर रही है. अस्पताल सुपरीटेंडेंट डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है, पेरिनियल एरिया में शार्प कट है जहां से ब्लीडिंग हो रही थी. इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर किया जा रहा है. बच्ची के पेट में छेद करके रास्ता बनाया जा रहा ताकि मल बाहर निकाला जा सके. फिलहाल बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है और 6 से 7 महीने बाद फिर हो ऑपरेशन की नौबत आ सकती है.

अलवर से जख्मी हालत में आई बालिका का जयपुर में इलाज

ये है पूरा मामला

अलवर में मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग किशोरी (Minor raped in Alwar) मंगलवार रात रेलवे फाटक ओवरब्रिज पर लहूलुहान हालत में मिली थी. बालिका अचेत अवस्था में थी और लगातार ब्लीडिंग हो रही थी. पुलिस को आशंका जताई है कि किशोरी से रेप कर उसे तिजारा ओवरब्रिज पर फेंक कर आरोपी फरार हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां से उसकी नाजूक हालत को देखते हुए जयपुर रेफर किया गया.

इस मामले में अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम (SP Tejaswini Gautam) ने कहा कि किशोरी के प्राइवेट पार्ट से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, मामला गंभीर है. किशोरी के साथ दुष्कर्म (Retardant teenager raped in Alwar) की वारदात की संभावना है, हालांकि अभी जांच चल रही है. पुलिस ने आसपास क्षेत्र के लोगों से भी पूछताछ की, साथ ही क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से वाहनों की जांच पड़ताल भी की.

FSL टीम कर रही जांच

दूसरी तरफ इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा की बालिका मानसिक रूप से विकलांग है. इसलिए वो बोल नहीं पा रही है. ऐसे में पुलिस के सामने मामले की जांच पड़ताल के लिए साइंटिफिक आधार है. पीड़िता की पहचान हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता मालाखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली है. इसकी तहकीकात के लिए पहली बार जयपुर से एफएसएल टीम (Jaipur FSL team reached Alwar) बुलाई गई है. इसमें राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक डॉ राजेश सिंह, प्रयोगशाला के वरिष्ठ वैज्ञानिक राम सिंह कुमावत व संजय कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं.

अलवर का निर्भया कांड !

जयपुर रेंज के आईजी की जांच

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर रेंज के आईजी इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए अलवर पहुंचे हैं. वो पीड़िता (rape in alwar ) के घर गए और उसके परिजनों से बातचीत की. उसके बाद घटनास्थल पर भी गए. अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एसआईटी का गठन कर दिया गया है. एसआईटी की जांच पड़ताल जारी है. इसके अलावा एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है.

निर्भया कांड के जख्म हुए हरे

पीडिता की नाजूक हालता ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद (nirbhaya case in alwar) को ताजा कर दिया है. दिल्ली में युवती के साथ गैंग रेप करके उसे सड़क पर फेंक दिया गया था. वैसा ही मामला अलवर में आया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक पहलू के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है. पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए छह टीमों का गठन किया गया है. जिस जगह पर बालिका को फेंका गया था, उस क्षेत्र के आसपास के चौराहे व सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग पुलिस टीम चेक कर रही है.

यह भी पढ़ें- अगर 'बुलफाइट्स' की लड़ाई क्रूर है तो खेल में इंसानों के बीच लड़ाई बंद करो : गोवा कांग्रेस सांसद

बीजेपी का हमला- सीएम आंखों से पट्टी हटाएं

भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने अलवर में मूक बधिर बालिका के साथ हुई घटना को निंदनीय बताते हुए मुख्यमंत्री पर आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे रहने का आरोप लगाया. जिस प्रकार की घटनाएं लगातार राजस्थान में घटित हो रही हैं वह इस बात का सबूत हैं यदि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास सरकार ने नहीं किए तो प्रदेश की जनता आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री और कांग्रेस की सरकार को माफ नहीं करेगी.

जयपुर : राजस्थान के अलवर में मूक बधिर व मानसिक विक्षिप्त किशोरी से रेप के बाद ओवरब्रिज पर फेंक दिया गया. जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है. जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में 8 चिकित्सकों की टीम किशोरी को बचाने की जद्दोजहद कर रही है. पीड़िता से मिलने महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश भी अस्पताल पहुंचीं.

जयपुर के शिशु रोग अस्पताल जेके लोन में पीड़ित किशोरी का ऑपरेशन किया जा रहा है. आठ डॉक्टरों की टीम बच्ची का ऑपरेशन कर रही है. अस्पताल सुपरीटेंडेंट डॉ अरविंद शुक्ला ने बताया कि बच्ची का रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है, पेरिनियल एरिया में शार्प कट है जहां से ब्लीडिंग हो रही थी. इसे प्लास्टिक सर्जन की मदद से रिपेयर किया जा रहा है. बच्ची के पेट में छेद करके रास्ता बनाया जा रहा ताकि मल बाहर निकाला जा सके. फिलहाल बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है और 6 से 7 महीने बाद फिर हो ऑपरेशन की नौबत आ सकती है.

अलवर से जख्मी हालत में आई बालिका का जयपुर में इलाज

ये है पूरा मामला

अलवर में मानसिक रूप से विक्षिप्त नाबालिग किशोरी (Minor raped in Alwar) मंगलवार रात रेलवे फाटक ओवरब्रिज पर लहूलुहान हालत में मिली थी. बालिका अचेत अवस्था में थी और लगातार ब्लीडिंग हो रही थी. पुलिस को आशंका जताई है कि किशोरी से रेप कर उसे तिजारा ओवरब्रिज पर फेंक कर आरोपी फरार हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां से उसकी नाजूक हालत को देखते हुए जयपुर रेफर किया गया.

इस मामले में अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम (SP Tejaswini Gautam) ने कहा कि किशोरी के प्राइवेट पार्ट से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, मामला गंभीर है. किशोरी के साथ दुष्कर्म (Retardant teenager raped in Alwar) की वारदात की संभावना है, हालांकि अभी जांच चल रही है. पुलिस ने आसपास क्षेत्र के लोगों से भी पूछताछ की, साथ ही क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से वाहनों की जांच पड़ताल भी की.

FSL टीम कर रही जांच

दूसरी तरफ इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा की बालिका मानसिक रूप से विकलांग है. इसलिए वो बोल नहीं पा रही है. ऐसे में पुलिस के सामने मामले की जांच पड़ताल के लिए साइंटिफिक आधार है. पीड़िता की पहचान हो चुकी है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता मालाखेड़ा थाना क्षेत्र की रहने वाली है. इसकी तहकीकात के लिए पहली बार जयपुर से एफएसएल टीम (Jaipur FSL team reached Alwar) बुलाई गई है. इसमें राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के सहायक निदेशक डॉ राजेश सिंह, प्रयोगशाला के वरिष्ठ वैज्ञानिक राम सिंह कुमावत व संजय कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं.

अलवर का निर्भया कांड !

जयपुर रेंज के आईजी की जांच

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर रेंज के आईजी इस पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए अलवर पहुंचे हैं. वो पीड़िता (rape in alwar ) के घर गए और उसके परिजनों से बातचीत की. उसके बाद घटनास्थल पर भी गए. अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एसआईटी का गठन कर दिया गया है. एसआईटी की जांच पड़ताल जारी है. इसके अलावा एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस सभी पहलुओं पर जांच पड़ताल कर रही है.

निर्भया कांड के जख्म हुए हरे

पीडिता की नाजूक हालता ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद (nirbhaya case in alwar) को ताजा कर दिया है. दिल्ली में युवती के साथ गैंग रेप करके उसे सड़क पर फेंक दिया गया था. वैसा ही मामला अलवर में आया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रत्येक पहलू के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है. पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए छह टीमों का गठन किया गया है. जिस जगह पर बालिका को फेंका गया था, उस क्षेत्र के आसपास के चौराहे व सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग पुलिस टीम चेक कर रही है.

यह भी पढ़ें- अगर 'बुलफाइट्स' की लड़ाई क्रूर है तो खेल में इंसानों के बीच लड़ाई बंद करो : गोवा कांग्रेस सांसद

बीजेपी का हमला- सीएम आंखों से पट्टी हटाएं

भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने अलवर में मूक बधिर बालिका के साथ हुई घटना को निंदनीय बताते हुए मुख्यमंत्री पर आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे रहने का आरोप लगाया. जिस प्रकार की घटनाएं लगातार राजस्थान में घटित हो रही हैं वह इस बात का सबूत हैं यदि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास सरकार ने नहीं किए तो प्रदेश की जनता आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री और कांग्रेस की सरकार को माफ नहीं करेगी.

Last Updated : Jan 12, 2022, 7:56 PM IST
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