रामनगरः कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज में मगरमच्छ के अंडों से बच्चे निकल आए हैं. यहां करीब 40 नन्हें मगरच्छों ने दुनिया में कदम रखा है. जिसे देख कॉर्बेट प्रशासन गदगद है. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन इन मगरमच्छों की अच्छे से निगरानी रहा है.
बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Corbett Tiger Reserve) का वातावरण वन्यजीव जीवों के लिए अनुकूल माना जाता है. जिसके चलते कॉर्बेट में बाघ, गुलदार, हाथी समेत अन्य वन्यजीवों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. अब कॉर्बेट का वातावरण जलीय जीवों को भी रास आने लगा है. यहां रामगंगा नदी कॉर्बेट से होकर गुजरती है. कॉर्बेट क्षेत्र में इस नदी में मगरमच्छ और घड़ियालों का भी वास है. जिसे लेकर एक अच्छी खबर है.
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दरअसल, कॉर्बेट प्रशासन के अधिकारियों को पिछले महीने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुली रेंज की रामगंगा नदी में मगरमच्छों (Crocodiles in Ramganga River) के 40 से 50 अंडे दिखाई दिए थे. जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन ने अंडों को अपनी देखरेख में रखा और उनकी सुरक्षा की. अब इन अंडों से मगरमच्छ के 40 बच्चे बाहर निकल आए हैं. जिससे कॉर्बेट प्रशासन गदगद नजर आ रहा है. वहीं, अब यहां मगरमच्छ और घड़ियालों की संख्या में वृद्धि होने के भी संकेत नजर आ रहे हैं.
मगरमच्छ और घड़ियाल में अंतर: दोनों जंतु शीत रक्त के प्राणी हैं और दोनों ही मांसाहारी हैं, लेकिन दोनों में कुछ अंतर भी है. घड़ियाल जहां भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के मीठे पानी का जीव है. वहीं, मगरमच्छ पूरी दुनियां में पाया जाने वाला मीठे और खारे दोनों जल में रहने वाला जंतु है. मगरमच्छ घड़ियाल की तुलना में ज्यादा लंबे और खतरनाक होते हैं.