बेतिया: पुलिस के डर से अपराधियों का भागना आम बात है. ऐसा ही एक मामला बेतिया से सामने आया है. वारंटी ने पुलिस से बचने की कोशिश तो बहुत की लेकिन अपनी बेवकूफी के कारण बड़ी आसानी से पुलिस की झोली में जा गिरा. मामला मझौलिया थाना अंतर्गत बैठनिया गांव का है.
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बेतिया में बक्से के अंदर से निकला वारंटी: बिहार के बेतिया के इस हैरान कर देने वाले मामले की चर्चा आज सभी की जुबान पर है. दरअसल जब पुलिस वारंटी की तलाश में उसके घर पहुंची तो वह घर से गायब था. पुलिस ने वारंटी के मोबाइल पर कॉल किया तो घर के अंदर रखे एक बड़े से बक्से (ट्रंक) से आवाज आई कि 'सर अब गलती ना होई'..
पुलिस के डर से छुपा था: वारंटी संतोष यादव को मझौलिया पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची थी. पुलिस को देख संतोष यादव पेटी में जाकर छुप गया. घरवालों से जब पुलिस ने वारंटी संतोष यादव के बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह घर पर नहीं है. उसके बाद पुलिस बैठने वाली कहां थी. जब पुलिस ने तुरंत वारंटी संतोष यादव को फोन किया, तो वह पेटी के अंदर से बात करने लगा और बोला कि अब गलती नहीं होगा, हुजूर कल थाना पर मिलते हैं.
पकड़ाने पर पत्नी से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगा: पुलिस ने उसकी आवाज सुन ली. फिर क्या था पुलिस उसे पेटी खोल बाहर निकालने लगी. वारंटी संतोष यादव पेटी से बाहर नहीं निकल रहा था. लेकिन पुलिस के दबाव में आकर वह पेटी से बाहर निकाला और अपनी पत्नी को पकड़ पकड़ रोने लगा. पुलिस समझाने लगी नहीं रोना चाहिए उसे किसी तरह से पुलिस पेटी से बाहर निकाली और गिरफ्तार कर थाने ले गई.
थानाध्यक्ष का बयान: मझौलिया थाना अध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि "पुलिस ने गांव से अनुसूचित जाति जनजाति मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वीरन यादव, संतोष यादव और बलिस्टर यादव को गिरफ्तार किया गया है. सभी के खिलाफ वारंट था. पुलिस इन लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई दिनों से छापेमारी कर रही थी. गिरफ्तार तीनों वारंटी को जेल भेज दिया गया है."