मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से थप्पड़ मारने का एक और मामला सामने आया है. यहां फुगाना थाना क्षेत्र के एक गांव के पीड़ित पक्ष का आरोप था कि उसके मासूम बच्चे की हत्या की गई है. इस मामले को लेकर एक पूर्व विधायक के परिवार में पंचायत बुलाई गई थी. जहां पंचायत के बाद सामने आया है कि दूसरे बालक को थप्पड़ मारा गया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
पूरा मामला मुजफ्फरनगर के फुगाना थाना क्षेत्र के डूंगर गांव है. जहां गांव में हरियाणा के पानीपत निवासी उपाध्याय समाज का एक 3 वर्षीय मासूम बच्चा 11 अक्तूबर को अपने परिवार के साथ परिचितों के यहां आया था. मासूम बच्चा गांव के अन्य बच्चों के साथ ट्यूबवैल पर नहाने गया था. नहाने के दौरान बच्चे की हालत बिगड़ गई. जानकारी होते ही परिजनों ने बच्चे को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले गए. जहां चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
पीड़ित परिवार ने शव का बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया. इसके साथ ही गांव के ही एक अन्य बालक पर हत्या का आरोप लगाया. परिजनों का आरोप है कि शिकायत के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके साथ ही पुलिस ने पोस्टमार्टम की रिपोर्ट उनसे मांगी. इसके बाद पीड़ित पक्ष पूर्व विधायक उमेश मलिक के परिवारिक भाई अजय मलिक के आवास पर पहुंचा. यहां दोनों पक्षों की पंचायत हुई. इस पंचायत में जिस बालक पर आरोप लगाया गया था, उसे भी बुलाया गया था.
वायरल वीडियो में भरी पंचायत में पीड़ित पक्ष की एक महिला ने मासूम बच्चे को थप्पड़ जड़ दिए. बच्चे को थप्पड़ मारने के बाद पंचायत में तनाव हो गया. इस मामले में पूर्व विधायक के भाई अजय मलिक ने कहा कि उपध्याय समाज के दो पक्ष उनके यहां पंचायत के लिए आए थे. यहां पंचायत में बच्चे को थप्पड़ मारने का फैसला नहीं किया गया था. पीड़ित पक्ष के लोगों ने गुस्से में ऐसा कदम उठाया था. हालांकि इस मामले में फुगना सीओ यतेंद्र नागर ने बताया कि बच्चे की बीमारी से मौत हुई थी. परिजनों ने बच्चे का पोस्टमार्टम भी नहीं करवाया था.
बता दें कि मुजफ्फरनगर इससे पहले भी एक थप्पड़ कांड को लेकर चर्चा में रहा था. खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल की एक शिक्षिका द्वारा एक मासूम बच्चे को दूसरे बच्चे से थप्पड़ मरवाने का मामला सामने आया था. उस वायरल वीडियो की लोगों ने निंदा की थी.