लखनऊ : बीते दिनों यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए आतंकी सद्दाम ने पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां साझा की हैं. 24 वर्ष पहले वह हिंदू से मुसलमान बना था. उसने अलकायदा की शपथ ली. इसके बाद देश को बर्बाद करने की राह पर चल निकला. सद्दाम उर्फ रणजीत सिंह फ्रांस और जर्मनी में साल 2016 में हुई घटना की तरह बेंगलुरु में धार्मिक आयोजन के दौरान ट्रक से रौंदकर कई लोगों की हत्या करना चाहता था. उसने रिमांड के दौरान यूपी एटीएस को कई अहम बातें बताईं हैं.
परिवार से विवाद होने पर मुंबई भाग गया था सद्दाम : एडीजी यूपी एटीएस नवीन अरोड़ा ने बताया कि, 7 जुलाई को गोंडा के रहने वाले आतंकी सद्दाम की कोर्ट से 14 दिन की पुलिस रिमांड मिली थी. एटीएस की टीम ने सद्दाम से कड़ी पूछताछ की. इस पर आतंकी ने कई खुलासे किए. सद्दाम ने बताया कि, उसका असली नाम रणजीत सिंह था, वह गोंडा के तरबगंज का रहने वाला था. 25 वर्ष पहले परिवार से विवाद होने पर वह मुंबई भाग गया. इसके बाद अपने एक मुस्लिम मित्र के संपर्क आने के बाद उसने मुस्लिम धर्म अपना लिया. धीरे-धीरे उसे लगने लगा था कि भारत में मुसलमानों के साथ अत्याचार हो रहा है.
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मुस्लिम महिला बन आतंकियों से करता था संपर्क : पूछताछ में सद्दाम ने बताया कि, उसकी शादी भी हुई थी, लेकिन उसकी पत्नी किसी और युवक के संपर्क में आ गई थी. इससे नाराज होकर उसने पत्नी और उसके प्रेमी के परिवार को खत्म करने की योजना बनाई लेकिन वह सफल नहीं हुआ. इसके बाद वह बेंगलुरु चला गया. वहां वह ड्राइविंग करने लगा. इस दौरान उसने सोशल मीडिया प्लेटफार्म में मुस्लिम महिला के नाम से प्रोफाइल बनाई. इसके बाद आतंकी संगठनों के संपर्क में आ गया.
भीड़ को रौंदना चाहता था सद्दाम : सद्दाम ने एजेंसी को बताया कि वह खुद आतंकियों से संपर्क साधा करता था. उसने इसमें अपनी आईडी हिंजबुल मुखादिद्दीन सद्दाम रखा था. आतंकी ने बताया कि वह फ्रांस और जर्मनी की तर्ज पर देश में आतंकी हमला करना चाहता था. सद्दाम के मोबाइल फोन से फ्रांस और जर्मनी की आतंकी घटनाओं के वीडियो मिले हैं. इसमें आतंकी लोगों को ट्रक से रौंदते दिखाई दे रहे हैं.
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