कानपुर : हादसा होने पर स्कॉर्पियो कार सवार युवक की मौत हो गई थी. हादसा 2021 में 14 जनवरी को हुआ था. पिता ने कार में एयरबैग न होने का आरोप लगाते हुए आनंद महिंद्रा समेत 13 पर एफआईआर दर्ज कराई थी. अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. मामले में महिंद्रा समूह की ओर से पीड़ित के वकील को जवाब भेजा गया है. इसके अनुसार कार में एयरबैग थे. कार पलट जाने के कारण एयरबैग नहीं खुले थे.
पिता ने कार खरीद कर बेटे को दी थी : बता दें कि कुछ दिनों पहले शहर के जूही निवासी राजेश मिश्रा ने रायपुरवा थाने में महिंद्रा समूह के 13 जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. कोर्ट के आदेश पर रायपुरवा थाने में यह मुकदमा दर्ज हुआ था. पीड़ित राजेश मिश्रा ने आरोप लगाया था, कि उन्होंने 2020 में शहर के जरीब चौकी स्थित महिंद्रा के एक अधिकृत डीलर से स्कॉर्पियो कार खरीदी थी. जिसे उन्होंने अपने बेटे डॉ. अपूर्व को दी थी. साल 2021 में 14 जनवरी को जब बेटा इसे लेकर लखनऊ से कानपुर आ रहा था तो रास्ते में हादसा हो गया. इसमें उसकी मौत भी हो गई थी.
पीड़ित के वकील को भेजा जवाब : पिता राजेश ने एफआईआर में इस बात का जिक्र किया था, कि गाड़ी के एयरबैग न खुलने से हादसा हुआ. इस मामले में महिंद्रा समूह से जो जवाब पीड़ित के वकील रविराणा को भेजा गया, उसके मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो गाड़ी में एयरबैग थे. गाड़ी पलटने के चलते एयरबैग नहीं खुले. जबकि महिंद्रा समूह की तकनीकी टीम ने मौका-मुआयना कर जिम्मेदारों को अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी थी. समूह द्वारा जवाब में यह भी कहा गया, कि समूह परिवार के सदस्यों के साथ है. साथ ही हादसे में मृतक के प्रति सभी अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.
जवाब से संतुष्ट नहीं पीड़ित परिवार : मामले के पीड़ित के वकील रविराणा ने ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत में बताया कि जो जवाब महिंद्रा समूह की ओर से दिया गया, उससे वह बिल्कुल खुश नहीं हैं. दुर्घटना के दौरान एयरबैग खुला ही नहीं था. इसी वजह से हादसा हुआ. जिस तरह से समूह के जिम्मेदारों ने जवाब देकर किनारा किया है वह कहीं से उचित नहीं है. इससे कोई संतुष्ट भी नहीं है.
कार का एयरबैग न खुलने पर बेटे की हो गई थी मौत, पिता ने आनंद महिंद्रा समेत 13 पर दर्ज कराई एफआईआर