महोबा : कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में छह महीने के बच्चे के मुंह पर भैंस ने गोबर कर दिया. इससे दम घुटने से बच्चे की हालत बिगड़ गई. परिजन मासूम को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना बुधवार शाम की है. बच्चे के रोने पर मां ने उसे मवेशियों के पास एक झूले में लिटा दिया था. घटना के बाद से परिवार के लोगों को रो-रोकर बुरा हाल है.
मवेशियों के पास झूले में लेटा था बच्चा : घटना जनपद के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के सतारी गांव की है. यहां के रहने वाले मुकेश यादव के पास पांच बीघा जमीन है. खेती करके वह परिवार का पालन-पोषण करते हैं. उनके दो बच्चों में 3 साल के यादवेंद्र के अलावा 6 माह का आयुष भी था. मुकेश ने बताया कि बुधवार की शाम उनकी पत्नी निकिता पशुओं को चारा डाल रही थी. इस दौरान आयुष रोने लगा. इस पर निकिता ने उसे छप्पर में एक झूले में लिटा दिया. छप्पर में ही मवेशी भी बंधे थे. मासूम को छोड़कर निकिता घर में खाना बनाने लगी. काफी देर तक बच्चे की आवाज नहीं सुनाई दी. इस पर वह छप्पर में पहुंची तो उसके होश उड़ गए. आयुष के चेहरे पर भैंस ने गोबर कर दिया था. इससे उसकी हालत गंभीर थी. वह बेहोश था.
गोबर से पूरी तरह ढंक गया था बच्चे का चेहरा : आनन-फानन में परिवार के लोग उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. यहां चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. परिजनों के अनुसार भैंस के गोबर से बच्चे का चेहरा पूरी तरह ढंका हुआ था. इससे वह सांस नहीं ले पाया. जिला अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. पंकज राजपूत ने बताया कि एक बच्चे को लाया लाया गया था. उसका परीक्षण किया गया. जांच में यह बात निकलकर आई कि दम घुटने से उसकी मौत हुई है. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना करते हुए शव को अपने साथ ले गए. वहीं मासूम की मौत के बाद से मां समेत परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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