मेरठ: चौधरी चरण यूनिवर्सिटी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में बीटेक के एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. हॉस्टल के कमरे में छात्र का शव मिला दरअसल, हॉस्टल के अन्य छात्रों द्वारा इस बारे में पहले चीफ वार्डन को सूचना दी गई. वहीं, उसके बाद पुलिस को भी सूचित किया गया.
हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि ज़ब काफी देर तक प्रशांत बाहर नहीं आया तो साथ के छात्रों ने दरवाजा खटखटाया. लेकिन, ज़ब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो फोन किया. जब मोबाइल कॉल भी रिसीव नहीं हुई तो झांककर देखा गया. लेकिन, कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर प्रशांत का शव मिला. कुछ ही देर में अन्य छात्रों को सूचना मिली को काफी छात्र र वहां एकत्र हो गए. वहीं, वीसी के मौके पर न पहुंचने पर छात्रों ने रोष जताया और हंगामा किया. छात्रों की मांग थी कि जब तक कुलपति मौके पर नहीं आतीं, तब तक डेडबॉडी को पुलिस को नहीं उठाने देंगे.
काफी देर तक हॉस्टल में गहमा गहमी का माहौल रहा. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने काफी देर तक छात्रों को समझाने का प्रयास किया. इसके बाद छात्रों ने प्रशांत के शव को पुलिस को ले जाने दिया. बता दें कि प्रशांत कैम्पस में स्थित सर छोटूराम इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में बीटेक आईटी फाइनल ईयर का स्टूडेंट था. उसके दोस्तों के मुताबिक, तीन दिन पहले ही वह अपने घर से लौटा था. प्रशांत की मौत से हर कोई दुखी है.
हॉस्टल के चीफ वार्डन दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. इससे पहले कभी कैम्पस में कोई ऐसी घटना नहीं हुई. चीफ वार्डन ने कहा कि इस घटना से सभी दुखी हैं. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. फिलहाल, मृतक छात्र के परिजनों को सूचना दे दी गई है. वहीं, यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई इस घटना से छात्र गुस्से में हैं. छात्र नेताओं का कहना है कि प्रशांत पांडेय का हाल ही में परीक्षा परिणाम आया था, उसकी 4 विषय में बैक थी. इससे वह तनाव में था. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को शांत किया.
यह भी पढ़ें: Crime News : आशियाना क्षेत्र में छात्रा ने आत्महत्या की, पुलिस कर रही जांच