आगरा: बिहार की एक किशोरी आगरा के नाई की मंडी क्षेत्र स्थित एक घर में कैद थी. बुरी नीयत के चलते उसे रखा गया था. जब स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई तो बजरंग दल को सूचना दी. इस पर पुलिस ने घर में छापा मारकर किशोरी को मुक्त कराया. इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया. इसके बाद जेल भेज दिया गया. इसके साथ ही किशोरी की आंटी और अन्य रिश्तेदारों से संपर्क किया जा रहा है.
बता दें कि नाई की मंडी क्षेत्र स्थित एक घर में बिहार की एक किशोरी के कैद होने की सूचना पर बजरंग दल और पुलिस को मिली. जो तीन से चार दिन पहले ही आई थी. जबकि, उस घर में कोई महिला नहीं रहती है. सभी पुरुष हैं. इस पर पुलिस और बजरंग दल के पदाधिकारी ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इसकी पुष्टि की.
एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने बताया कि बजरंग दल पदाधिकारियों की सूचना पर नाई की मंडी में रशीद के घर छापा मारा था. वहां से बिहार की किशोरी मुक्त कराई. किशोरी अभी आशा ज्योति केंद्र में है. पुलिस टीम ने मौके से रशीद और अनीस को पकड़ा. पूछताछ में पता चला कि किशोरी बिहार के छपरा जिले की है. उसके माता-पिता नहीं हैं. उसकी आंटी उसे आगरा कैंट स्टेशन पर छोड़ गईं. चार दिन पहले किशोरी आगरा कैंट पर अनीस को मिली थी. अनीस ने उसे अपने जाल में फंसा लिया. मददगार बनकर उसे अपने साथ ले गया.
पुलिस की काउंसलिंग में किशोरी ने बताया कि अनीस ने उसे पहले बिहार की ट्रेन में बैठाने के बहाने अपने साथ दिल्ली ले गया. वहां एक होटल में रुका. किशोरी उसके जाल में फंस गई तो उसे आगरा ले आया. उसे रशीद के घर में रखवा दिया. आरोपियों की नीयत में खोट था. किशोरी पर उनकी नीयत खराब हो गई थी. एसीपी कोतवाली सुकन्या शर्मा ने बताया कि किशोरी की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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