सुल्तानपुर: माफिया मुख्तार अंसारी की सहायता करने के मामले में सुल्तानपुर में तैनात जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की गई है. गुरुवार को सुल्तानपुर जेल में तैनात जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा निलंबित कर दिये गये (Sultanpur Jailer Virendra Kumar Verma Suspend). सूत्रों के मुताबिक बांदा जेल में तैनाती के दौरान वीरेंद्र कुमार वर्मा पर आरोप लगा था कि वो मुख्तार अंसारी की मदद कर रहे थे. डीआईजी जेल प्रयागराज ने इस मामले की जांच करवाई और उनकी रिपोर्ट के आधार पर शासन ने जेलर वीरेंद्र वर्मा को निलंबित कर दिया. जेलर वीरेंद्र वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने जेल में अपनी ड्यूटी के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी से लोगों को मिलाते थे. साथ ही मुख्तार अंसारी के लोग जो सामान देते थे, वो उस तक पहुंचाते थे.
वहीं, पूर्व विधायक और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मुश्किलें अब और बढ़ सकती हैं. बाराबंकी के एमपी-एमएलए कोर्ट में बाहुबली मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों की बुधवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में पेशी हुई थी. कोर्ट में गवाही के दौरान मुख्तार अंसारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूरी कार्यवाही देख रहा था. वो अपने वकीलों से सलाह-मशविरा कर मुख्य गवाह को जिरह में घेरने की कोशिश करता नजर आया. माफिया मुख्तार अंसारी अप्रैल 2021 से बांदा जेल में मौजूद है.
जून महीने में मुख्तार अंसारी को वाराणसी की एमपी-एमएलए कोर्ट कोर्ट ने 32 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी. जब कोर्ट ने मुख्तार को दोषी करार दिया था, तो उसकी बेचैनी बढ़ गई थी. उसके चेहरे पर तनाव देखने को मिला था. तनाव के कारण उसने अपना माथा पकड़ लिया था. बांदा जेल के अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के मुताबिक वाराणसी में अवधेश राय हत्याकांड मामले में मुख्तार की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई गई. पेशी के दौरान दोषी करार होने के बाद मुख्तार अपने माथा पकड़ कर बैठ गया था. तनाव उसके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था. (Crime News)
ये भी पढ़ें- प्रेमिका ने पूना जाने से मना किया तो प्रेमी ने कर दी हत्या, शव कुएं में फेंका