प्रयागराजः प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र के हाइवे पर उस वक्त अफरा तफरी मच गई जब संगम किनारे स्थित लेटे हनुमान मंदिर व बाघंबरी मठ के महंत बलवीर गिरी की सुरक्षा में चल रही पुलिस वालों की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया. इस हादसे में पांच पुलिस कर्मी जख्मी हो गए. इसके बाद पुलिस कर्मियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. हादसे के बाद महंत बलवीर गिरी की तरफ से बयान जारी कर बताया गया हादसा हुआ लेकिन सभी लोग बजरंग बली की कृपा से सुरक्षित हैं.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी के ब्रह्मलीन होने के बाद उनकी गद्दी संभालने वाले बलवीर गिरी हादसे का शिकार होने से बाल बाल बच गए. महंत बलवीर गिरी का काफिला वाराणसी से प्रयागराज आने के दौरान हंडिया थाना क्षेत्र में हादसे का शिकार हो गया. हाइवे पर अचानक गोवंश के सड़क पर आ जाने की वजह से काफिले में आगे आगे चल रही पुलिस कर्मियों की कार पलटकर क्षतिग्रस्त हो गयी.
तेज रफ्तार होने की वजह से कार में सवार पांच पुलिस वाले जख्मी हो गए.सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया उसके बाद शहर के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में सभी पुलिस वालों का इलाज करके हालात में सुधार होने की वजह से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया है.
महंत बलवीर गिरी बोले, सभी सुरक्षित हैं
हादसे की जानकारी के बाद मंदिर में घटना की जानकारी लेने वाले लोग भी पहुंचने लगे. इसके बाद मठ बाघम्बरी गद्दी की तरफ से महंत बलवीर गिरी के नाम से संदेश जारी कर बताया गया है कि हनुमान जी की कृपा से सभी सुरक्षित हैं.
2021 में महंत नरेंद्र गिरी ने किया था सुसाइड
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी ने 20 सितम्बर 2021 को मठ बाघम्बरी गद्दी के अंदर अपने विश्राम कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उनके शिष्य आनंद गिरी और लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे को आरोपी बनाया गया है.तीनों आरोपियों के खिलाफ सीबीआई की तरफ से कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है.हालांकि आरोपी आनंद गिरी ने खुद को बेकसूर बताया है और अपने गुरु नरेंद्र गिरी की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है.बहरहाल आंनद गिरी सितम्बर 2021 से जेल में बंद हैं. इसके बाद से ही महंत बलवीर गिरी बाघंबरी मठ की गद्दी संभाल रहे हैं.
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