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पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा नक्सली प्रमोद मिश्रा, बोला- 'गोली मारो या कुछ भी करो, मुंह नहीं खोलूंगा..'

बिहार के गया में बीते 9 अगस्त को गिरफ्तार शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा और उसके सहयोगी अनिल यादव की गिरफ्तारी की गई थी. तब से दोनों को गया सेंट्रल जेल में से दूर किसी अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है. नक्सली प्रमोद मिश्रा द्वारा पुलिस को सहयोग नहीं किया जा रहा है. उसके द्वारा यहां तक कहा जा रहा है कि ''गोली मार दो या कुछ भी कर लो मुंह नहीं खोलूंगा.''

शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा
शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 26, 2023, 8:24 PM IST

Updated : Aug 26, 2023, 9:37 PM IST

पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा नक्सली प्रमोद मिश्रा

गया : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नक्सली और ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो चीफ प्रमोद मिश्रा से शुक्रवार के बाद शनिवार को भी पुलिस ने रिमांड में पूछताछ की. वहीं, उसके सहयोगी से भी पूछताछ की गई. सोर्स बताते हैं कि कई केंद्रीय एजेंसियां भी पूछताछ के लिए पहुंची थीं. सूत्रो के मुताबिक तेलंगाना, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों की पुलिस की टीम भी पूछताछ के लिए पहुंची है. वहीं, पटना और रांची की एनआईए अधिकारी भी पूछताछ में शामिल रहे. हालांकि, रिमांड पर पूछताछ के दौरान प्रमोद मिश्रा टस से मस नहीं हुआ, वो मुंह खोलने से बचता रहा.

ये भी पढ़ें- Naxalite Pramod Mishra Arrested : चार लोगों को फंदे पर लटकाने वाला नक्सली प्रमोद मिश्रा गिरफ्तार


'मुंह नहीं खोलूंगा, चाहे तो गोली मार दो' : सूत्रों के मुताबिक रिमांड पर पूछताछ के दौरान जब प्रमोद मिश्रा को बोलने को विवश किया गया, तो उन्होंने यहां तक कह डाला कि 'कुछ भी कर लो.. चाहे तो गोली मार दो, मैं अपना मुंह नहीं खोलूंगा.' हालांकि शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा के साथ गिरफ्तार हुए नक्सली अनिल यादव से पुलिस रिमांड में कई तरह की जानकारियां हासिल हुई हैं.

पूछताछ के आधार पर दबिश : वहीं, रिमांड पर लिए गए नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा ने जहां पुलिस व केंद्रीय एजेंसियों को सहयोग नहीं किया. वहीं, अनिल यादव ने नक्सली संगठन और गतिविधियों के बारे में काफी कुछ बताया है, जिसके आधार पर कई स्थान पर सुरक्षा बलों की दबिश शुरू कर दी गई है.

9 अगस्त को हुई थी गिरफ्तारी : गौरतलब हो कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी में प्रमोद मिश्रा अपने आप में एक बड़ा नाम है. बीते 9 अगस्त को गया पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम ने प्रमोद मिश्रा और उनके सहयोगी अनिल यादव की गिरफ्तारी करने में सफल रही थी. यह गया पुलिस के लिए बड़ी सफलता थी. वही धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहे नक्सलियों के लिए यह एक बड़ा झटका के समान था.

मजबूत कर रहा था अपना संगठन : नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा अपने संगठन को मजबूत करने के लिए बिहार-झारखंड में लगातार काम कर रहा था. इस बीच दिल्ली आईबी के इनपुट पर गया एसएसपी आशीष मिश्रा के द्वारा गठित टीम में शामिल गया पुलिस और सुरक्षा बलों की छापेमारी में टिकारी इलाके से उसे और उसके सहयोगी के साथ 9 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया गया था. तब से ये गया जेल में बंद है. प्रमोद मिश्रा बिहार के औरंगाबाद जिले के कोसमा का रहने वाला है. जबकि उसके साथ गिरफ्तार सहयोगी अनिल यादव बांकेबाजार थाना क्षेत्र के असुरराइन गांव का रहने वाला है.


''शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा और उसके सहयोगी अनिल यादव को बीते 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. यह दोनों गया सेंट्रल जेल में बंद हैं. शुक्रवार से प्रमोद मिश्रा और उनके सहयोगी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है, पूछताछ की जा रही है.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया

पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा नक्सली प्रमोद मिश्रा

गया : प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नक्सली और ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो चीफ प्रमोद मिश्रा से शुक्रवार के बाद शनिवार को भी पुलिस ने रिमांड में पूछताछ की. वहीं, उसके सहयोगी से भी पूछताछ की गई. सोर्स बताते हैं कि कई केंद्रीय एजेंसियां भी पूछताछ के लिए पहुंची थीं. सूत्रो के मुताबिक तेलंगाना, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों की पुलिस की टीम भी पूछताछ के लिए पहुंची है. वहीं, पटना और रांची की एनआईए अधिकारी भी पूछताछ में शामिल रहे. हालांकि, रिमांड पर पूछताछ के दौरान प्रमोद मिश्रा टस से मस नहीं हुआ, वो मुंह खोलने से बचता रहा.

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'मुंह नहीं खोलूंगा, चाहे तो गोली मार दो' : सूत्रों के मुताबिक रिमांड पर पूछताछ के दौरान जब प्रमोद मिश्रा को बोलने को विवश किया गया, तो उन्होंने यहां तक कह डाला कि 'कुछ भी कर लो.. चाहे तो गोली मार दो, मैं अपना मुंह नहीं खोलूंगा.' हालांकि शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा के साथ गिरफ्तार हुए नक्सली अनिल यादव से पुलिस रिमांड में कई तरह की जानकारियां हासिल हुई हैं.

पूछताछ के आधार पर दबिश : वहीं, रिमांड पर लिए गए नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा ने जहां पुलिस व केंद्रीय एजेंसियों को सहयोग नहीं किया. वहीं, अनिल यादव ने नक्सली संगठन और गतिविधियों के बारे में काफी कुछ बताया है, जिसके आधार पर कई स्थान पर सुरक्षा बलों की दबिश शुरू कर दी गई है.

9 अगस्त को हुई थी गिरफ्तारी : गौरतलब हो कि नक्सली संगठन भाकपा माओवादी में प्रमोद मिश्रा अपने आप में एक बड़ा नाम है. बीते 9 अगस्त को गया पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम ने प्रमोद मिश्रा और उनके सहयोगी अनिल यादव की गिरफ्तारी करने में सफल रही थी. यह गया पुलिस के लिए बड़ी सफलता थी. वही धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहे नक्सलियों के लिए यह एक बड़ा झटका के समान था.

मजबूत कर रहा था अपना संगठन : नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा अपने संगठन को मजबूत करने के लिए बिहार-झारखंड में लगातार काम कर रहा था. इस बीच दिल्ली आईबी के इनपुट पर गया एसएसपी आशीष मिश्रा के द्वारा गठित टीम में शामिल गया पुलिस और सुरक्षा बलों की छापेमारी में टिकारी इलाके से उसे और उसके सहयोगी के साथ 9 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया गया था. तब से ये गया जेल में बंद है. प्रमोद मिश्रा बिहार के औरंगाबाद जिले के कोसमा का रहने वाला है. जबकि उसके साथ गिरफ्तार सहयोगी अनिल यादव बांकेबाजार थाना क्षेत्र के असुरराइन गांव का रहने वाला है.


''शीर्ष नक्सली लीडर प्रमोद मिश्रा और उसके सहयोगी अनिल यादव को बीते 9 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. यह दोनों गया सेंट्रल जेल में बंद हैं. शुक्रवार से प्रमोद मिश्रा और उनके सहयोगी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है, पूछताछ की जा रही है.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया

Last Updated : Aug 26, 2023, 9:37 PM IST
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