अररियाः बिहार के अररिया में हुए पत्रकार हत्याकांड के आखिरी और मुख्य आरोपी माधव यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी अररिया शहर के खरैया बस्ती से की गई है. मिली जानकारी के अनुसार पुलिस दबिश के कारण वो न्यायालय में आत्म समर्पण करने वाला था, लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी पूरी जानाकी देंगे.
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हत्याकांड का मुख्य आरोपी माधव यादव गिरफ्तारः इसके पहले 22 अगस्त को पुलिस ने एक अन्य शूटर अर्जुन शर्मा की गिरफ्तारी जोगबनी स्थित नेपाल बॉर्डर से की थी, जहां वह नेपाल भागने के फिराक में था. चार आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे, जबकि दो आरोपी पहले से ही जेल में बंद हैं. इस तरह विमल यादव हत्याकांड के सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं. पत्रकार के पीड़ित पिता की ओर से दर्ज कराए गए एफआईआर में आठ लोगों को अभियुक्त बनाया गया था.
हत्या में प्रयुक्त बाइक और हथियार भी बरामदः वहीं मुख्य शूटर अर्जुन शर्मा और माधव यादव की गिरफ्तारी हो जाने के बाद उन की निशानदेही पर विमल यादव की हत्या में उपयोग किये गए मोटरसाइकिल और हथियार को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस के अनुसार हत्याकांड का उद्वेदन पूरा हो गया है. अब स्पीडी ट्रायल चल कर इन अपराधियों को पुलिस सजा दिलवाएगी. इस गिरफ्तारी के बाद से आम लोगों में जहां पुलिस के प्रति संतोष है, वहीं जिले के पत्रकार भी राहत महसूस कर रहे हैं.
जेल से रची गई पत्रकार हत्या की साजिश: आपको बता दें कि पत्रकार हत्याकांड की साजिश उन्हीं दो आरोपियों ने की थी, जो सुपौल और अररिया के जेल में पहले से ही बंद हैं. इस गिरफ्तारी में रानीगंज, सिमराहा, भरगामा, फारबिसगंज नरपतगंज और जोगबनी की पुलिस टीम शामिल थी. दरअसल इस गिरफ्तारी के लिए अररिया एसपी ने एक टीम गठित की थी. उसी टीम को यह सफलता मिली है. फिलहाल सभी आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है.
2019 में हुई थी भाई की हत्या: बता दें की 18 अगस्त को रानीगंज में पत्रकार विमल यादव को उनके आवास पर हथियारबंद अपराधियों ने गोली मार दी थी. जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. इस हत्याकांड में पीड़ित पिता ने 8 लोगों को आरोपी बनाया था. दरअसल विमल कुमार के भाई गब्बू यादव की साल 2019 में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पत्रकार विमल भाई की हत्या के गवाह थे. स्थानीय लोगों से इनकी पुरानी रंजिश थी. इन्हें भी काफी समय से धमकी भी मिल रही थी और आखिरकार बदमाशों ने इन्हें भी मौत के घाट उतार दिया.