अगरतला : ऐसे समय में जब लोग एक-दूसरे की मदद के लिए एक-दूसरे के साथ खड़े होकर राजनीतिक मतभेदों को दूर कर रहे हैं, उसी बीच शनिवार देर रात एक CPIM नेता के घर में तोड़फोड़ हो जाती है क्योंकि उसने गरीबों में कोविड राहत पैकेज बांटने का जिम्मा उठाया था. इतना ही नहीं, इसी के चलते बदमाशों ने अगरतला शहर के आउटस्कर्ट स्थित पूर्वी अरलिया इलाके में रह रही उनकी बहू के साथ भी मारपीट की.
CPIM समर्थक और पंचायत के पूर्व निर्वाचित पंचायत सदस्य सुशील दास को जब भोजन की कमी की सूचना मिली तब उन्होनें अपने इलाके के चार गरीब परिवारों के बीच राशन बांटा.
दास रविवार को अपनी बहू संगीता दास को इलाज के लिए आईजीएम अस्पताल लेकर आए. सुशील दास ने कहा कि उनकी बहू को काफी चोटें आई हैं.
दास के मुताबिक, उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. उन्होंने कहा कि महामारी की पहली लहर के दौरान उन्होंने लगभग 65 परिवारों की मदद की थी. साथ ही उन्होंने बताया कि शनिवार को, स्थानीय पार्षद ने उन्हें चार गरीब परिवारों के बारे में बताया था, जिनके पास राशन की कमी थी. जिसे सुन के उन्होंने सोचा कि उन्हें उनकी मदद करनी चाहिए.
इसी के साथ उन्होंने बताया कि उन्होंने उनके बड़े बेटे की किराने की दुकान से, कुछ पैकेट का इंतजाम किया, जिनमें अंडे, दालें, खाद्य तेल और चावल को छोड़कर अन्य रसोई के सामान भरा हुआ था. लेकिन उनके इस पहल की बीजेपी समर्थकों ने आलोचना की.
उन्होंने आरोप लगाया कि देर रात स्थानीय नेता राकेश घोष और बाबुल घोष के नेतृत्व में 10 से 20 लोगों का एक समूह उनके आवास में घुस गया और हंगामा किया. घर में घुसते ही उन्होंने सबसे पहले उसकी बहू को देखा और उसके साथ मारपीट की.
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आईजीएम अस्पताल के सामने दास ने कहा कि यह महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार करने का मामला था. उन्होंने कहा कि अगर मेरे कामों ने उन्हें परेशान किया, तो उन्हें मुझ पर हमला करना चाहिए था. इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मैं जल्द ही स्थानीय थाने में बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कराऊंगा.