बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2033 से पहले कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के बीच गठबंधन हो गया है. दोनों दल सात सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ेंगे. दोनों दलों के बीच सहमति बनी है कि भाकपा 224 में से 215 उम्मीदवारों का समर्थन करेगी. आज नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि है. नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल थी.
कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बताया है कि कांग्रेस और भाकपा के बीच सात सीटों पर गठबंधन हुआ है, दोनों दल अब मिलकर मुकाबला करेंगे. उन्होंने कहा कि उन निर्वाचन क्षेत्रों में सीपीआई अपने उम्मीदवारों को पहले ही मैदान में उतार चुकी है. सुरजेवाला ने कहा कि भाकपा और सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने जा रही थी लेकिन भाकपा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व के पास पहुंचकर अपनी सहमति व्यक्त की. सुरजेवाला ने कहा कि 215 सीटों पर भाजपा के खिलाफ इस लड़ाई में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूरे दिल से कांग्रेस उम्मीदवारों का समर्थन करेगी.
कर्नाटक में 10 मई को मतदान होना है और 13 मई को मतणना होगी. इस बीच सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं. कांग्रेस ने जहां भाकपा के साथ गठबंधन कर लिया है, वहीं बीजेपी ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. प्रदेश कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ने भी एकता का संदेश दिया है.
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राहुल गांधी से मिले शेट्टार: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के पूर्व नेता जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार राहुल गांधी से मुलाकात की. इस दौरान शेट्टार ने राहुल गांधी से कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उनके साथ बुरा व्यवहार किया है, जिस कारण उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की है. शेट्टार ने कहा कि कर्नाटक में कुछ स्वार्थी लोग भाजपा सरकार को चलाने का काम कर रहे हैं. बीजेपी सरकार ने पिछले पांच साल में कोई विकास नहीं किया है.