नई दिल्ली : सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के कोवोवैक्स (Serum Institute of Indias Covovax) को भारतीय औषधि महानियंत्रक (DGCI) द्वारा वयस्कों और 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (DCGI granted Authorisation to Covovax) प्रदान (Covovax has been granted Emergency Use Authorisation) किया गया. वैश्विक परीक्षणों में नोवावैक्स (Novavax in global trials) ने 90 प्रतिशत से अधिक प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है. यह जानकारी SII के सीईओ अदार पूनावाला ने दी.
जानकारी के मुताबिक, भारतीय दवा नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के कोविड-19 रोधी टीके 'कोवोवैक्स' के सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि टीके को 12 से 17 साल के बच्चों के लिए विकसित किया गया है. देश में 18 साल से कम उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध यह कोरोना रोधी चौथा टीका होगा. DGCI ने कोविड-19 से संबंधित विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के आधार पर कोवोवैक्स के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी. सरकार ने अभी तक 15 साल से कम उम्र वालों को टीका लगाने पर कोई फैसला नहीं लिया है.
DGCI को दिये गए आवेदन में 21 फरवरी को सीरम इंस्टीट्यूट में निदेशक (सरकारी और नियामक मामले) प्रकाश कुमार सिंह ने कहा कि 12 से 17 साल के लगभग 2707 बच्चों पर दो अध्ययनों से पता चलता है कि कोवोवैक्स अधिक असरदार, अधिक प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने वाला एक सुरक्षित टीका है. यह भी कहा गया कि इस उम्र वर्ग के बच्चे इस टीके को अच्छी तरह बर्दाश्त कर सकते हैं.
एक आधिकारिक सूत्र के मुताबिक आवेदन में सिंह की ओर से कहा गया कि यह मंजूरी न केवल हमारे देश के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि इससे पूरा विश्व लाभान्वित होगा. सिंह की ओर से कहा गया कि यह हमारे प्रधानमंत्री के 'मेकिंग इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड' दृष्टिकोण के अनुरूप है. हमारे सीईओ डॉ. अदार सी पूनावाला के दर्शन के अनुरूप मुझे यकीन है कि कोवोवैक्स देश और दुनिया के बच्चों को बड़े पैमाने पर कोविड-19 बीमारी से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
DGCI ने पहले ही 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थिति में सीमित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दे दी थी. हालांकि, इसे अभी तक देश के टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं किया गया है.
बता दें कि DGCI ने 21 फरवरी को कुछ शर्तों के अधीन 12 से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए बायोलॉजिकल-ई के कोविड-19 रोधी टीके 'कॉर्बेवैक्स' के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी. कोवोवैक्स को नोवावैक्स से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण द्वारा निर्मित किया गया है. इस टीके को यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा बाजार में बिक्री को लेकर सशर्त मंजूरी दी गई है.
भारत में 15-18 साल के किशोरों का टीकाकरण करने के लिए भारत बायोटेक के टीके 'कोवैक्सिन' का उपयोग किया जा रहा है. DGCI ने सबसे पहले 'जाइकोव-डी' टीके को 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
(पीटीआई-भाषा)