हैदराबाद : काेराेना महामारी के दाैरान दुनिया में नाै अरबपतियाें की कुल संपत्ति काे मिला लिया जाए ताे इससे दुनिया के कम आये वाले देशाें का पूरी तरह टीकाकरण किया जा सकता है.
काेराेना काल में बने इन नौ नए अरबपतियों के पास 19.3 अरब डॉलर की कुल संपत्ति है, जो कम आय वाले देशों में सभी लोगों को टीका लगाने के लिए पर्याप्त हैं.
COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक ये नौ लोग अरबपति बने हैं. ऐसे में यह कहना गलत नहीं हाेगा कि यह COVID-19 टीकों पर एकाधिकार के साथ-साथ अत्यधिक लाभ वाली कमाने वाली दवा निगमों की मेहरबानी से संभव हुआ है.
ये नाै अरबपतियाें हैं :
स्टीफन बंसेल, मॉडर्ना के सीईओ (4.3 अरब डॉलर)
उगुर साहिन, बायोएनटेक के सीईओ और सह-संस्थापक (4 बिलियन डॉलर)
टिमोथी स्प्रिंगर, इम्यूनोलॉजिस्ट और मॉडर्ना के संस्थापक निवेशक ( 2.2 बिलियन डॉलर)
नॉबर अफयान, मॉडर्ना के चेयरमैन (1.9 बिलियन)
जुआन लोपेज़ बेलमोंटे, आरओवीआई के अध्यक्ष (1.8 बिलियन डॉलर)
रॉबर्ट लैंगर, वैज्ञानिक और मॉडर्ना में संस्थापक निवेशक (1.6 बिलियन )
झू ताओ, कैनसिनो बायोलॉजिक्स के सह-संस्थापक और चीफ साइंटिफिक ऑफिसर (1.3 बिलियन डॉलर)
किउ डोंग्क्सू, कैनसिनो बायोलॉजिक्स के सह-संस्थापक और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (1.2 बिलियन डॉलर )
माओ हुइन्होआ, कैनसिनो बायोलॉजिक्स के सह-संस्थापक और वरिष्ठ उपाध्यक्ष (1 बिलियन की कीमत) हैं.
इन सभी नौ नए अरबपतियों के पास कुल 19.3 अरब डॉलर की संपत्ति है, जो कम आय वाले देशों में सभी लोगों के टीकाकरण के लिए पर्याप्त है.
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इसके अलावा, आठ मौजूदा अरबपतियाें की कुल संपत्ति में 32.2 बिलियन की वृद्धि देखी है, जो भारत में सभी को पूरी तरह से टीकाकरण करने के लिए पर्याप्त है.